इन्दौर । बड़ा गणपति, पीलियाखाल स्थित हंसदासमठ परिसर पर महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज के सान्निध्य में रणछोड़जी एवं पंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी का मनोहारी पुष्पबंगला श्रृंगारित कर सैकड़ों भक्तों द्वारा अभिषेक किया गया। महाआरती में अनेक संत एवं विद्वानों ने भी भाग लिया।
मठ के पं. पवन शर्मा ने बताया कि संध्या को रविवार से प्रारंभ अखंड रामायण पाठ की पूर्णाहुति यज्ञ-हवन के साथ हुई। बैकुंठ चतुर्दशी के उपलक्ष्य में भगवान रणछोड़जी का पुष्पश्रृंगार राजा के रूप में और उनके सम्मुख पंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी का वीरमुखी श्रृंगार किया गया। दोनों को 56 भोग भी समर्पित किए गए। महामंडलेश्वर राधे-राधे बाबा, महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास महाराज, रामगोपालदास महाराज, महंत गोपालदास, डॉ. पं. नारायणदत्त शास्त्री, आचार्य पं. कल्याणदत्त शास्त्री, आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा ‘वैदिक’, डॉ. योगेंद्र महंत सहित ओंकारेश्वर एवं उज्जैन से आए संतों ने भी महाआरती में भाग लिया। पुष्प सज्जाकार नीलेश कुसुमाकर के साथ पांच कलाकारों ने इस पुष्पबंगले का निर्माण किया। इनके साथ ही पदमनाभजी एवं टीकमजी सहित सभी देवताओं को समर्पित अन्नकूट महोत्सव का शुभारंभ छप्पन भोग एवं श्रंृगार दर्शन आरती के साथ हंसपीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज के सान्निध्य में हुआ। महोत्सव के लिए हंसदास मठ भवन पर रंगारंग एवं चित्ताकर्षक विद्युत एवं पुष्प सज्जा की गई थी। पांच हजार से अधिक भक्तों ने महाप्रसादी का पुण्य लाभ उठाया।