मध्य प्रदेश को स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में देश का बेहतर मॉडल बनाना हमारा उद्देश्य है।

0
159

 स्कूल शिक्षा मंत्री ने किया मॉड्यूल और मोबाइल एप का विमोचन

भोपाल।28/6/2019 किशोरावस्था में बच्चों को सही मार्गदर्शन मिलना जरूरी है शिक्षा के स्तर में गुणवत्ता सुधार के साथ सकारात्मक बदलाव मध्य प्रदेश सरकार का लक्ष्य है । छात्रों को मिलने वाली सुविधाएं गणवेश किताबें और साइकिल शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में ही उपलब्ध की जा रही हैं। मध्य प्रदेश को स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में देश का बेहतर मॉडल बनाना हमारा उद्देश्य है। यह बात स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने आज भोपाल में उमंग मॉडल और मोबाइल एप के विमोचन अवसर पर कही।

राजधानी की नरोन्हा प्रशासन अकादमी में जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम उमंग के अवसर पर मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग में अच्छे कार्य करने की बहुत संभावनाएं हैं। सरकार बनने से अभी तक व्यवस्थाओं में लगातार सुधार हो रहा है जिसके चलते प्रदेशवासियों की शासकीय स्कूल के प्रति सोच में परिवर्तन आने लगा है। माननीय मंत्री ने स्कूल शिक्षा में सुधार लाने के लिए विभाग और समाज के संयुक्त प्रयास पर जोर दिया। कार्यक्रम में मौजूद स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ छात्रों के जीवन में सकारात्मकता लाना है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक शिक्षण विभाग की आयुक्त श्रीमती जयश्री कियावत ने कहा कि स्कूली विद्यार्थियों में जीवन के प्रति उमंग तथा उनके मन में उठती जिज्ञासाओं का समाधान इस मॉड्यूल और एप का उद्देश्य है। उमंग मॉडल में स्व जागरूकता, संप्रेषण, हमारे संबंध, किशोर अवस्था से परिचय और जेंडर जैसे विषयों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मॉड्यूल और ऐप की मदद से छात्र जीवन की चुनौतियों का सामना करने योग्य बन सकेंगे । जिससे एक बेहतर समाज का निर्माण होगा। गौरतलब है कि इस सत्र से कक्षा 10 और 11 वीं के लिए स्पेशल मॉडल तैयार किए गए हैं ताकि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन मिल सके। इसके साथ ही कार्यक्रम की मॉनिटरिंग रिपोर्ट के लिए मोबाइल एप भी बनाया गया है। शिक्षक उमंग के सत्रों के संचालन की रिपोर्टिंग मोबाइल ऐप के माध्यम से करेंगे । अभी तक लगभग 700 जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर की टीम तैयार हो चुकी है  यह ट्रेनर 1000 से ज्यादा विकास खंड स्तर पर दूसरे ट्रेंनर को तैयार करेंगे ताकि कार्यक्रम का विस्तार प्रदेश के सभी स्कूलों में किया जा सके। कार्यक्रम के दौरान राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक श्रीमती आइरिन सिंथिया उप सचिव श्रीमती अनुभव श्रीवास्तव संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के प्रतिनिधि श्री निलेश देशपांडे श्रीमती अंजलि भार्गव के अलावा कार्यशाला के प्रतिभागी संयुक्त संचालक जिला शिक्षा अधिकारी के साथ प्रदेश के एक्सीलेंस स्कूल के समस्त प्राचार्य प्रिंसिपल उपस्थित रहे।