मुस्लिम परिवार ने मृत्युपरांत किया शरीर आर्मी मेडिकल कॉलेज को दान

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दधिचि देहदान समिति के प्रयासों से संस्कृति विहार, गौर सिटी2 के रहने वाले मयूर भमानी ने अपने मामा मोहम्मद अली इस्माइल मुल्कियानी की देह उनकी मृत्यु के उपरांत मेडिकल विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए ऑर्मी मेडिकल कॉलेज को दान की। समिति के सुधीर गुप्ता ने बताया कि दधिचि देहदान समिति विगत 21 वर्षों से समाज में देहदान और अंगदान के लिए लोगों को प्रेरित करने का कार्य कर रही है, लेकिन ये पहली बार है कि एक मुस्लिम परिवार ने देहदान की हो। उन्होंने यह भी बताया कि समिति द्वारा प्रेरणा लेकर अब तक 10000 से अधिक लोगों ने देहदान एवं अंगदान का संकल्प लिया है। समिति द्वारा आज तक 885 नेत्रदान एवं 232 देहदान करवाये जा चुके हैं। इसके साथ ही 8 स्किन दान एवं दो अस्थिदान भी करवायें जा चुके हैं।
जन्नतनशीं मोहम्मद अली जी का जन्म 9/12/1943 को हुआ था। आप भुवन कॉलेज मुंबई में कलर्क थे। रिटायरमेंट के बाद वो अपने भांजे मयूर भमानी के साथ उनके ग्रेटर नोएडा स्थित आवास पर रह रहे थे।
दधिचि देहदान समिति के संरक्षक श्री आलोक कुमार ने इस कार्य के लिए इस परिवार का अभिनंदन किया और कहा कि ये देहदान अन्य मुस्लिम परिवारों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेगा। उन्होंने कहा ये परिवार रूढ़ियों को तोड़ने के लिए वंदनीय है और समिति की ओर से मोहम्मद अली जी की रूह के सकून के लिए दुआ भी की।
इस देहदान को कराने में समिति के सदस्य सुधीर गुप्ता, अविनाश जी की उल्लेखनीय भूमिका रही।