हमने फिरौती के लिए प्रहलाद लोधी का किडनैप किया था। हमने उसे जबरदस्ती गाड़ी में बैठाया। सभी ने अपने चेहरों पर कपड़े बांध रखे थे। रास्ते में हमारी बातचीत सुनकर प्रहलाद ने मुझे पहचान लिया। उसने कहा-सरमन बड्डे मुझे छोड़ दो तो हमने प्लान बदल दिया। गाड़ी से प्रहलाद को नेगुवां जंगल ले गए, जहां पहले लाठियों से पीटा और बाद में पत्थर पटककर हत्या कर दी। हमें डर था कि यदि प्रहलाद को जिंदा छोड़ दिया तो वह पुलिस के पास जाएगा और हमारा नाम ले लेगा।
यह खुलासा सागर में सहकारी समिति के सहायक प्रबंधक प्रहलाद लोधी के अपहरण और हत्या के मुख्य आरोपी सरमन ने पुलिस पूछताछ में किया। मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक अभी भी फरार है।
मॉर्निंग वॉक पर निकले थे, लापता हो गए
दरअसल, सागर के गौरझामर थाना क्षेत्र में सहकारी समिति के सहायक प्रबंधक प्रहलाद पिता जगन्नाथ लोधी (61) रोजाना की तरह 17 अक्टूबर को सुबह करीब 5 बजे घर से मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। वह अपने गांव नया नगर के बाहर बनी नर्सरी में योग करते थे और कुछ देर वहां रुकने के बाद सुबह करीब 7 बजे तक घर लौट जाते थे। उस दिन नहीं लौटे।
परिवार वालों ने उनकी तलाश की। नहीं मिले तो गौरझामर थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस और परिवार वाले लगातार प्रहलाद को ढूंढ रहे थे। इसी दौरान गौरझामर से करीब 50 किमी दूर घुघरी मौजा के जंगल में उनका शव मिला।
परिजन बोले-चुनावी रंजिश और फिरौती के चलते हत्या की
मृतक के भतीजे महेंद्र लोधी ने नया नगर गांव में ही रहने वाले पूर्व सरपंच सरमन लोधी और टीकाराम लोधी पर प्रहलाद की हत्या करने का संदेह जताया था। उन्होंने कहा था कि चुनावी रंजिश और फिरौती के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने संदेही सरमन और टीकाराम की जानकारी निकाली तो वे घर से गायब मिले। दोनों आरोपियों के खिलाफ नामजद हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया गया। गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगा दी गईं।
रिश्तेदार-परिचितों के घर दबिश दी लेकिन आरोपी नहीं मिले
पुलिस ने आरोपियों के रिश्तेदार और परिचितों के घर दबिश दी लेकिन वे नहीं मिले। आखिरकार, रायसेन जिले के बाड़ी बरेली में उनकी लोकेशन मिली। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी वहां से निकल गए।
इसके बाद पुलिस सागर के साथ रायसेन और नरसिंहपुर जिले में आरोपियों को तलाशने लगी। इसी बीच आरोपियों की लोकेशन सहजपुर के पास मिली। यहां यात्री प्रतीक्षालय के पास खड़े आरोपी सरमन लोधी और टीकाराम लोधी निवासी नयानगर को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूर्व सरपंच समेत चार आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
पुलिस पूछताछ में सरमन ने प्रहलाद का अपहरण और हत्या करने की बात कबूल ली। उसने बताया कि वारदात में देवरी निवासी ड्राइवर ब्रजेश मेहरा, पटना बुजुर्ग का रहने वाला रीतेश उर्फ नीतेश लोधी और अरविंद चौहान भी शामिल थे।
पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि अरविंद लोधी फरार है।
तिरुपति जाकर बालाजी के दर्शन भी किए
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने वारदात करने से पहले शराब पार्टी की थी। अपहरण के बाद पहचाने जाने के डर से प्रहलाद की हत्या कर दी, फिर उसके गले से सोने की चेन लेकर फरार हो गए थे।
हत्या करने के बाद सरमन और टीकाराम लोधी बाड़ी बरेली की ओर भाग गए। उन्होंने बाड़ी बरेली, तेंदूखेड़ा और नरसिंहपुर-केसली के पास लगे जंगलों में फरारी काटी। इसी दौरान सरमन ट्रेन से तिरुपति जाकर बालाजी मंदिर में दर्शन भी कर आया।
रीतेश और ब्रजेश को पैसों का लालच देकर साथ मिलाया
सरमन ने रीतेश उर्फ नीतेश लोधी, ब्रजेश मेहरा और अरविंद चौहान को पैसों का लालच देकर किडनैपिंग में शामिल किया था। ब्रजेश देवरी निवासी बलदेव लोधी की गाड़ी चलाता था। उसकी सरमन से पुरानी जान-पहचान थी। वहीं, अरविंद चौहान नया नगर समेत आसपास के गांवों में कपड़े बेचने का काम करता था। दोस्ती और पैसों के लालच में वह भी वारदात में शामिल हो गया। अपहरण के लिए आरोपियों ने बलदेव लोधी की गाड़ी का इस्तेमाल किया था। इसके ड्राइवर ब्रजेश ने बताया कि सरमन ने उसे बुकिंग का कहकर बुलाया था। हत्या के बाद ब्रजेश गाड़ी लेकर सीधे अपने घर चला गया। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में उसकी गाड़ी आते-जाते दिखी थी। जिससे उसकी पहचान हुई।