कोरबा। कलेक्टर अजीत वसंत ने सभाकक्ष में महिला व बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की कार्य प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में रिक्त पदों पर भर्ती, मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए पौष्टिक आहार वितरण, पोषण पुनर्वास केंद्र में बेड ऑक्यूपेंसी, सखी, बाल कल्याण समिति सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा कर प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन तैयार करने के लिए डीएमएफ से गैस सिलेंडर व रिफलिंग की व्यवस्था की गई है। आगामी दिनों में सभी केंद्रों में सिलेंडर उपलब्ध हो जाएगी। आगामी समय में सभी केंद्रों में गैस से ही भोजन तैयार करना सुनिश्चित करें। परिवहन या किसी अन्य कारण से केंद्रों में जलवान के लिए लकड़ी का उपयोग नही होना चाहिए, सभी अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें। इस हेतु सभी सीडीपीओ अपने क्षेत्रों में गैस एजेंसी के साथ बैठक कर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करें एवं गैस सिलेंडर परिवहन के लिए क्लस्टर या सेक्टर स्तर पर व्यवस्था करें। साथ ही सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की गैस सिलेंडर उपयोग की सेक्टर स्तर प्रशिक्षण प्रदान करना सुनिश्चित करें। जिससे उन्हें गैस उपयोग करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
कलेक्टर ने जिले के आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया के अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए भर्ती को पूर्ण पारदर्शिता के साथ शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में प्राप्त दावा आपत्तियों का यथाशीघ्र निराकरण करने निर्देशित किया। पोषण ट्रेकर एप्प में एंट्री कार्य की जानकारी लेते हुए उन्होंने पोर्टल में वास्तविक एंट्री करने की बात कही।
कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण चक्र से बाहर निकालने हेतु विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। इस हेतु ऐसे बच्चों के घर घर जाकर माताओं को जागरूक करने के लिए कहा। साथ ही बच्चों को प्रदान किए जाने वाले अतिरिक्त पौष्टिक आहार को समय पर वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के परिजनों को एक बार में एक-एक सप्ताह का पोषण आहार प्रदान किया जाए एवं बच्चों को दी जाने वाली दवाइयों को आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता के निगरानी में खिलाने की बात कही। उन्होंने सीडीपीओ व सुपरवाइजर को इस कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने किशोरी बालिकाओ, गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं को भी केंद्र के माध्यम से प्राथमिकता से लाभ पहुचाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र में बेड ऑक्यूपेंसी की स्थिति की जानकारी लेते हुए केंद्र में बेड ऑक्यूपेंसी शत प्रतिशत रखने के लिए कहा एवं अधिकारियों को नियमित तौर पर एनआरसी की विजिट कर जानकारी लेते रहने की बात कही। उन्होंने बाल संदर्भ शिविर के माध्यम से बच्चों का स्वास्थ्य जांच एवं उन्हें दवाइयां प्रदान करने के लिए निर्देशित किया।
इसी प्रकार कलेक्टर ने जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत की जा रही गतिविधि, बाल विवाह के रोकथाम के सम्बंध में की गई कार्यवाही, सखी वन स्टॉप सेंटर, बाल कल्याण समिति, बाल गृह, बालिका गृह, खुला आश्रय गृह सहित अन्य विभागीग योजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी को समय समय पर इन संस्थाओं का निरीक्षण करने एवं नियमित निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रेणू प्रकाश, सीडीपीओ सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।