लखनऊ के चौधरी चरण सिंह (अमौसी) एयरपोर्ट पर फ्लोरीन गैस लीक हो गई। गैस लीक होते ही अलार्म बजने लगा। वहां मौजूद CISF दरोगा समेत 5 कर्मचारी इसके संपर्क में आ गए।
तुरंत एयरपोर्ट प्रशासन को सूचना दी गई। प्रशासन ने NDRF और SDRF को बुलाया। टर्मिनल-3 के प्रभावित कार्गो एरिया खाली कराया। सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
1 घंटे तक जांच-पड़ताल की। हालांकि, इस दौरान एयरपोर्ट पर यात्री और फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित नहीं हुआ।
लखनऊ से गुवाहाटी जा रही थी फ्लाइट
फ्लाइट लखनऊ से गुवाहाटी जा रही थी। उसी दौरान एयरपोर्ट टर्मिनल-3 पर स्कैनिंग के दौरान मशीन से बीप की आवाज आने लगी। लकड़ी के बॉक्स में कैंसर रोधी दवाएं पैक थीं। जैसे ही कर्मचारियों ने बॉक्स खोला, फ्लोरीन गैस लीक हो गई।
एयरपोर्ट प्रशासन ने कहा- एयरपोर्ट के कार्गो डिपार्टमेंट में हर दिन फ्लोरीन आती-जाती रहती है। आज मात्रा ज्यादा होने की वजह से मशीन ने डिटेक्ट कर लिया और अलार्म बजने लगा। एक्सपर्ट ने बताया- फ्लोरीन गैस में कई रेडियोएक्टिव अवयव होते हैं। इसलिए, एहतियात के तौर पर NDRF और SDRF को बुलाया गया।
SDRF के असिस्टेंट कमांडेंट मिथिलेश कुमार तिवारी ने बताया- हमें सुबह 9.55 बजे सूचना मिली। इसके बाद 11.40 बजे 25 जवानों की टीम पहुंची। मौके पर NDRF के 48 जवान जांच में जुटे। फिलहाल, स्थिति सामान्य हो गई है। रिसाव के समय 5 लोग मौके पर मौजूद थे। वे सुरक्षित हैं। 1 घंटे तक ऑपरेशन चला।
अडाणी ग्रुप ने कहा- स्थिति कंट्रोल में
इस पूरे मामले में अडाणी ग्रुप ने बयान जारी कर कहा- कैंसर से जुड़ी दवाएं ले जा रहे एक शिपमेंट ने रेडियोएक्टिव अलार्म को एक्टिवेट कर दिया। एनडीआरफ को बुलाया गया। जांच-पड़ताल की गई। स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। इसका एयरपोर्ट के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा। रेडिएशन सेफ्टी ऑफिसर सौम्या श्रीवास्तव ने कहा- मैंने जांच की। स्थिति समान्य है। गैस लीक नहीं पाई गई।
आंखों में जलन और घबराहट
लखनऊ के लोकबंधु हॉस्पिटल के एनेस्थिसिया एक्सपर्ट डॉक्टर सुरेश कौशल ने बताया- फ्लोरीन के असर से बेहोशी, आंखों में जलन, ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। बॉडी में रैशेज, अचानक तेज खांसी होने लगती है। यही नहीं, फेफड़ों पर भी असर होता है। किडनी पर भी असर पड़ता है। फ्लोरीन गैस का इस्तेमाल एक्स-रे, मेडिकल से जुड़ी कई जांच में होता है। कुछ दवाओं का तापमान सुरक्षित रखने के लिए भी फ्लोरीन का इस्तेमाल किया जाता है। फ्लोरीन में कुछ रेडियोएक्टिव अवयव होते हैं।