फास्टैग का इस्तेमाल से सालाना बचाई जा सकती हैं 12 हजार करोड़

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करोड़नई दिल्ली । एक दिसंबर से सभी गाड़ियों के लिए फास्टैग आवश्यक कर दिया गया है। निश्चित ही इससे समय की बचत के साथ करोड़ों रुपए की राशि भी बचाई जा सकेगी। टोल प्लाजा पर वेटिंग टाइम की वजह से हर साल करीब 12 हजार करोड़ रुपये का पेट्रोल और समय बर्बाद होता है? ऐसे में फास्टैग का इस्तेमाल कर हर साल 12 हजार करोड़ रुपये आसानी से बचाए जा सकते हैं। 1 दिसंबर के बाद फास्टैग वाली लेन से अगर बिना फास्टैग वाली गाड़ी गुजरती है तो उसे दोगुना टोल देना पड़ेगा। 1 दिसंबर तक एनएचएआई की तरफ से इसे मुफ्त में बांटा जा रहा है। एक रिपोर्ट में 488 नेशनल हाइवे पर एवरेज वेटिंग टाइम का सर्वे किया गया, जिसके मुताबिक गुरुवार को दोपहर 2 बजे 188 प्लाजा पर वेटिंग टाइम 5-10 मिनट था और 32 प्लाजा पर यह समय 10-20 मिनट था। एनएचएआई के मुताबिक, अब तक 72 लाख फास्टैग बेचे जा चुके हैं। मंगलवार को सबसे ज्यादा 1,35,583 टैग की बिक्री हुई। यह एक दिन में बिक्री का सर्वाधिक उच्च स्तर है। फास्टैग को 21 नवंबर को मुफ्त किया गया था और 560 से ज्यादा टोल प्लाजा पर स्वीकार किया जा रहा है तथा इसे और बढ़ाया जा रहा है।