नई दिल्ली । नया साल सेना में शामिल होने वाली महिला अधिकारियों के लिए नया मौका ले कर आएगा। तब भारतीय सेना में जो भी महिलाएं ऑफिसर के तौर पर कमिशन होंगी उन्हें सेना में 54 साल तक बने रहने के ज्यादा मौके मिलेंगे। महिला अधिकारियों को 10 ब्रांच में परमानेंट कमिशन मिलेगा। अप्रैल 2020 से जो भी महिला अधिकारी सेना में कमिशन होंगी उन्हें 10 ब्रांच में से किसी को सिलेक्ट करना होगा। इसके लिए उन्हें 3-4 साल का वक्त दिया जाएगा। फिर उस खास फील्ड की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने किया था ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से ऐलान किया था कि भारतीय सशस्त्र सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से नियुक्त महिला अधिकारियों को समकक्ष पुरुष अधिकारियों की तरह पारदर्शी चयन प्रक्रिया के जरिए परमानेंट कमीशन दिया जाएगा। अभी भारतीय सेना में महिला अधिकारी शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत आती हैं। एसएससी के तहत सेना में आए पुरुष अधिकारियों को 10 साल पूरे होने पर परमानेंट कमीशन ऑफर किया जाता है। महिला अधिकारियों को भी यह ऑप्शन मिलता है लेकिन अभी वह सिर्फ लीगल ब्रांच और आर्मी एजुकेशन कोर में ही परमानेंट कमिशन हो सकती हैं। जबकि अभी लड़ाकू भूमिका को छोड़कर सभी कॉम्बेट (लड़ाकू) सपोर्ट आर्म में महिला अधिकारी एसएससी के तहत रिक्रूट की जाती हैं। वह अभी सिग्नल, इंजीनियरिंग और इंटेलिजेंस ब्रांच में भी हैं। पर अभी तक उन्हें इनमें परमानेंट कमीशन नहीं मिलता है।
अगले साल से बदल जाएगी स्थिति
अगले साल अप्रैल के बाद से सेना में कमीशन होने वाली महिला अधिकारियों को यह विकल्प मिलेगा। उन सभी 10 ब्रांच में महिलाओं को परमानेंट कमिशन दिया जाएगा जिसमें वह शॉर्ट सर्विस कमिशन के जरिए आती हैं। अप्रैल 2020 से उन्हें सिगनल्स, इंजीनियर्स, आर्मी एविएशन, आर्मी एयर डिफेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स और मेकेनिकल इंजीनियर्स, आर्मी सर्विस कोर, आर्मी ऑर्डिनेंस कोर और इंटेलिजेंस ब्रांच में भी परमानेंट कमिशन का विकल्प दिया जाएगा।