ब्रिसबेन । पाकिस्तान की टीम पहला टेस्ट खेलने के लिए ब्रिसबेन पहुंच गयी है। यहां उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 21 नवंबर से पहला टेस्ट खेलना है। पाकिस्तान टीम के खिलाड़ियों को इस सीरीज में छींटाकशी (स्लेजिंग) का सामना करना पड़ेगा पर वे कंगारुओं को जवाब नहीं दे पायेंगे। इस कारण पाक खिलाड़ियों को अंग्रेजी नहीं आना है। पाकिस्तान की टीम से बाहर चल रहे उमर गुल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में पाकिस्तानी टीम को छींटाकसी से गुजरना होगा पर उनके गेंदबाज ये काम नहीं कर पाएंगे। गुल के मुताबिक पाकिस्तान के गेंदबाजों को अंग्रेजी बोलनी नहीं आती है जिस वजह से वे छींटाकशी का जवाब नहीं दे पायेंगे। गुल ने कहा, 'मुझे लगता है हमारे टीम इस मामले में पीछे रहेगी क्योंकि पाकिस्तानी गेंदबाजों को अंग्रेजी नहीं आती है। टीम में ज्यादातर गेंदबाज युवा हैं। इमरान खान भी वापसी कर रहे हैं और वो भी आक्रामक गेंदबाज नहीं हैं। हमारे बल्लेबाज भी युवा हैं। असद शफीक और अजहर अली हैं लेकिन वो स्लेजिंग नहीं करते।' वैसे तो स्लेजिंग को क्रिकेट के खेल में ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती लेकिन जब सीरीज ऑस्ट्रेलिया में हो रही हो तो ये खेल में विरोधी खिलाड़ियों पर दबाव बनाने में अहम रहती है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मैदान पर दबाव बनाने के लिए अकसर स्लेजिंग का सहारा लेते हैं।