भोपाल 71 बरस से जारी मज़हबी समागम आलमी तब्लीगी इज्तिमा के इतिहास में यह दूसरी बार हो रहा है कि इसकी शुरूआत जुमा के दिन से होगी। पिछले साल से पहले तक चली आ रही व्यवस्था के दौरान इसकी शुरूआत शनिवार से होकर सोमवार को दुआ के साथ समापन होने की रही है। 72वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आगाज जुमा के दिन सुबह फज्र की नमाज के बाद बयान से होगा। इसके बाद दोपहर में यहां नमाज-ए-जुमा में लाखों सजदों की शिरकत होने की उम्मीद की जा रही है।
पहले दिन होंगे सैकड़ों निकाह
न बैंड-बाजा, न शहनाई, न रस्म-ए-हल्दी और न मेहंदी की खुशबू…. सादगी के साथ सैकड़ों दूल्हा अपने वाल्देन और दोस्तों के साथ इज्तिमागाह पहुंचेंगे। यहां खासतौर से बनाए गए पांडाल में दिल्ली मरकज से आए उलेमा इनका निकाह पढ़वाएंगे। राजधानी भोपाल के अलावा प्रदेश और देशभर के दुल्हाओं का निकाह रजिस्ट्रेशन उनके रहवासी जिलों में हो रहा है। जिसकी सूचना भोपाल के तब्लीगी मरकज पर देने के बाद इनकी तकमील की जाएगी।
250 एकड़ में होगी पार्किंग
इज्तिमा में शामिल होने के लिए बड़ी तादाद में आने वाले जमातियों के वाहनों को रखने के लिए करीब ढ़ाई सौ एकड़ जमीन पर पार्किंग के इंतजाम किए जा रहे हैं। करीब 50 पार्किंग जोन में होने वाली इस व्यवस्था के दौरान छोटे-बड़े वाहनों को अलग-अलग स्थान पर खड़ा किया जाएगा।
वापसी के लिए होंगी बसें मौजूद
बसों या अन्य साधनों से इज्तिमा पहुंचने वाली शहर से बाहर की जमातों को रुख्सत करने के लिए प्रशासन ने करीब 400 बसों की व्यवस्था की है। इन बसों के जरिये जमाती अपने-अपने शहर-गांव की तरफ इज्तिमागाह से ही रवाना हो सकेंगे। सोमवार को दुआ के बाद रवाना होने वाली इन बसों के खड़े रहने के लिए अलग व्यवस्था की गई है।
नमाजों का वक्त मुकर्रर
इज्तिमागाह पर पांचों वक्त की नमाज के लिए वक्त मुकर्रर कर दिया गया है। इनका समय इस तरह रहेगा :
फजिर : सुबह 6.15 बजे
जौहर : दोपहर दो बजे
असिर : शाम 4:30 बजे
मगरिब : शाम 6.42 बजे
ईशा : रात के बयान के बाद