ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या आजकल कमर के निचले हिस्से की सर्जरी कराने के बाद उससे उबरने में लगे हैं। पंड्या दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं। अभी ये तय नहीं है कि वह कब टीम इंडिया में वापसी कर पाएंगे। ऐसे में टीम इंडिया में ऑलराउंडर की जगह खाली हुई है और जिस तरह प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से प्रभावित कर रहे हैं, ऐसे में पंड्या की टीम में वापसी आसान नहीं होगी।
पंड्या की गैरमौजूदगी में बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के लिए शामिल युवा ऑलराउंडर शिवम दुबे ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है। वह बल्ले से कुछ खास योगदान नहीं दे पाए पर गेंदबाजी के दौरान उन्होंने ऐसा जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिससे भारतीय टीम इंडिया बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रही है। शिवम निचले क्रम में पंड्या की तरह ही आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं। शिवम ने मुंबई टी-20 लीग के मैच में प्रवीण तांबे के ओवर में पांच छक्के लगाये थे।
आईपीएल 2019 की नीलामी से एक दिन पहले ही बड़ौदा के खिलाफ भी उन्होंने स्वप्निल सिंह के ओवर में फिर से पांच छक्के जड़ने का कारनामा अंजाम दिया। विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने शिवम को अपने साथ जोड़ने में बिल्कुल भी देर नहीं की हालांकि आईपीएल 2019 में दुबे 4 मैचों में महज 40 रन ही बना सके।
बांग्लादेश के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का डेब्यू करने वाले शिवम ने दिल्ली में हुए पहले टी-20 मैच में 4 गेंद पर 1 रन बनाया। अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में बल्लेबाजी में विफल रहने के बाद उन्होंने गेंदबाजी में तीन गेंद पर नौ रन लुटा दिए। दूसरे मुकाबले में शिवम ने दो ओवर में 12 रन दिए, लेकिन उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। वहीं नागपुर में तीसरे और निर्णायक मैच में उन्होंने 8 गेंद पर नाबाद 9 रन बनाए। हालांकि गेंदबाजी में उन्होंने मैच विजेता प्रदर्शन करते हुए 4 ओवर में 30 रन देकर तीन अहम विकेट लिए।
2018-2019 रणजी सत्र में शिवम मुंबई के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे नंबर पर रहे हैं। उन्होंने 632 रन बनाए और 23 विकेट भी हासिल किए। पिछले एक साल में उन्होंने जबरदस्त खेल दिखाया। इस दौरान उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 934 रन बनाए और 35 विकेट लिए। वहीं लिस्ट ए क्रिकेट में दुबे ने 366 रन बनाने के अलावा 11 विकेट लिए। विजय हजारे ट्रॉफी में तो उनका बल्ला जमकर बोला। कर्नाटक के खिलाफ महज 67 गेंदों पर शिवम ने 118 रन ठोक डाले, जिसमें दस छक्के भी शामिल रहे।
किशोरावस्था में शिवम का वजन काफी ज्यादा था, लेकिन उन्होंने बाद में इसे काफी कम कर लिया. हालांकि एक समय शिवम ने क्रिकेट खेलना छोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि जब वह 14 साल के थे, तब आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने खेल छोड़ दिया था। उस समय वह अपनी फिटनेस पर भी सही से काम नहीं कर पाते थे। इसके बाद उन्होंने 19 साल की उम्र में क्रिकेट में वापसी की और अपनी फिटनेस पर काम करना शुरू किया