अंतर्राज्यीय एटीएम क्लोनिंग गिरोह के मास्टरमाइंड समेत ४ सदस्य पकड़ाए, ५ आरोपी फरार 

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बिलासपुर । शहर के एटीएम बूथों में स्कीमर डिवाइस व मिनी कैमरे लगाकर लोगों के खातों से रकम पार करने वाले अंतर्राज्यीय एटीएम क्लोनिंग गिरोह के ४ सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा है। गिरोह के ५ सदस्य फरार हैं। पांच राज्य झारखंड, बिहार, ओडिशा, उत्तरप्रदेश में रहने वाले ९ आरोपियों ने मिलकर क्लोनिंग गिरोह कनाया था। पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने ३५ हजार रुपए नकद और ५० से अधिक एटीएम कार्ड बरामद किया है।
एएसपी ओपी शर्मा ने सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शहर में लगातार एटीएम क्लोनिंग की वारदातें हो रही थीं। खाता धारकों के पास एटीएम कार्ड होते थे और खाते से एटीएम के जरिए दूसरे प्रदेशों के एटीएम बूथों से रकम खाते से रकम पार हो रही थीं। शिकायतें मिलने पर आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। जिन व्यक्तियों के खातों से रकम पार हुई थी उनके द्वारा अंतिम बार एटीएम बूथ से निकाली गई रकम के संबंध में जानकारी ली गई। शहर के करीब ५ एटीएम बूथों के सीसीटीवी कैमरों की रिकर्डिंग खंगाली गई। तारबाहर थाना क्षेत्र स्थित सीएमडी चौक के एसबीआई एटीएम बूथ में ३० व ३१ अक्टूबर को सुबह ६ बजे दो युवक एटीएम बूथ में प्रवेश कर मशीन में स्कीमर डिवाइस और मिनी कैमरे लगाते दिखे। युवकों के संबंध में पतासाजी में जानकारी मिली कि स्कीमर डिवाइस लगाने वाला पहला युवक मसानगंज निवासी टीपू सुल्तान पिता मोहम्मद रहमत अली और भारतीय नगर रेलवे ट्रैके के किनारे रहने वाले अंजार खान पिता असलम खान के रूप में हुई। दोनों युवक शहर के फेरी लगाकर सामान बेचते हैं। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें अंजार खान ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के बलिया जिले व टीपू सुल्तान ओडिशा से हाथीबाड़ी के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने बिहार, झारखंड व ओडिशा निवासी ७ साथियों के साथ मिलकर शहर में एटीएम क्लोनिंग कर रकम निकालना स्वीकार किया।

७ आरोपियों को पकडऩे भेजी २ टीमें, हाथ लगा मास्टरमाइंड व उसका साथी
सूचना मिलने के बाद अधिकारियों के आदेश पर सिविल लाइन व तारबाहर पुलिस थाने के कर्मचारियों की २ टीमें बनाकर ओडिशा, झारखंड व बिहार भेजी गई। दोनों टीमों ने आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी लेकिन पुलिस के भनक लते ही ५ आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने गिरोह के सरगना अमित साहा पिता बोलाई चंद निवासी कासीम बाजार, राजमहेल साहेबगंज बिहार व मोहम्मद इकराम पिता मोहम्मद इजराइल निवासी राउरकेला ओडिशा को पकड़ा। दोनों के कब्जे से पुलिस ने ३५ हजार रुपए व ५० से अधिक एटीएम कार्ड बरामद किए।

स्कीमर डिवाइस बनाते थे अमन व कुंदन
राउरकेला व बिहार से पकड़ाए इकराम व अमित साहा ने बताया कि गिरोह में मो. एजाज खान पिता जाहिद हुसैन खान निवासी सुंदरगढ़, छोटू उर्फ इब्राहिम पिता मो. इजराइल राउरकेला, शमीमुल्ला उर्पु राजू इमाम पिता हबीबुल्ला खान निवासी बिहार, कुंदन कुमार सिंह पिता रामनंद सिंह निवासी गया बिहार और अमन कुमार सिंह पिता अरविंद सिंह गया बिहार शामिल हैं। कुंदन सिंह और अमन कुमार ङ्क्षसह स्कीमर डिवाइस बनाते हैं। गिरोह के दूसरे सदस्यों को दोनों ने स्कीमर डिवाइस व मिनी कैमरे लगाने के का तरीका बताते थे।

बाइक से घूम-घूमकर लगाते थे स्कीमर डिवाइस
आरोपी टीपू सुल्तान व अंजार खान ने बताया कि गिरोह के सदस्य मोहम्मद एजाज खान पिता जाहिद खान निवासी सुंदरगढ़, इब्राहिम उर्फ छोटू पिता इजराइल निवासी राउरकेला और अमन, राजू उर्पु इमाम अलग-अलग समय मं आते थे। गिरोह के सदस्य उनकी बाइक से बिलासपुर समेत रायपुर, कवर्धा, कोरबा, मुंगेली,तखतपुर, जांजगीर-चांपा जाते थे और एटीएम बूथों से दूसरे प्रांतों के एटीएम बूथों से स्कीमर डिवाइस के जरिए बनाए गए एटीएम कार्ड के क्लोन से नकद रकम निकालते थे। वहीं बिलासपुर के एटीएम बूथों में गिरोह के सदस्यों के साथ वे स्कीमर डिवाइस लगाते थे और एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर दूसरे प्रांतों के एटीएम बूथों से रकम निकाते थे। पुलिस ने टीपू और अंजार की दो बाइक जब्त की ।

सन २०१८ से थे देशभर में सक्रिय
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उनका गिरोह सन २०१८ से सक्रिय है। देशभर के अलग-अलग प्रदेशों में अब तक उन्होंने १ हजार से अधिक एटीएम बूथों में स्कीमर डिवाइस लगा चुके हैं। सौ से अधिक लोगों के खातों से १५ लाख रुपए अब तक निकाल चुके हैं।

एेसे बनाने थे एटीएम कार्ड का क्लोन
आरोपियों ने बताया कि एटीएम बूथों में लगे स्कीमर में लोगों के रकम निकालते समय एटीएम कार्ड के ब्लैक लिंक की जानकारी रिकार्ड हो जाती थी। साथ ही मिनी कैमरे में पिननंबर रिकार्ड हो जाता था। स्कीमर डिवाइस को निकालकर लैपटॉप के माध्यम से कुंदन व अमन स्कीमर डिवाइस में मिली जानकारियों को ब्लैक प्लास्टिक के टेप में अपलोड करते थे। टेप को एटीएम के लिंक ओपन करने वाली जगह पर चिपकाते थे। इससे एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार हो जाता था। कैमरे में रिकार्ड हुए पिन नंबर के जरिए दूसरे एटीएम बूथों से रकम निकालते थे।

बिना गार्ड वाले एटीएम बूथ में लगाते थे स्कीमर
आरोपियों ने बताया कि स्मीकर डिवाइस व कैमरे लगाने से पहले वे दो दिनों तक घूम-घूमकर एटीएम बूथों की रैकी करते थे। जिन एटीएम बूथों में सुरक्षा कर्मी नहीं होते थे उन एटीएम बूथों में सुबह ६बजे डिवाइस स्कीमर व कैमरे लगा देते थे। इससे उन्हे मशीन में की गई छेड़खानी को कोई नहीं देख पाता था। बाद में स्कीमर व कैमरा निकालने के बाद दूसरे प्रांत चले जाते थे।

दूसरे प्रदेशों के एटीएम बूथों से निकालते थे रकम
आरोपियों ने बताया कि बिलासपुर के एटीएम बूथों के जरिए बनाए गए एटीएम कार्ड के क्लोन के जरिए दूसरे प्रदेश के बूथों से रकम निकालते थे। वहीं दूसरे प्रदेशों में बनाए गए एटीएम कार्ड के क्लोन से दूसरे प्रदेशों में रकम निकालते थे। दूसरे प्रदेशों से रकम निकालने से पुलिस गुमराह हो जाती थी और उनके पकड़े जाने की संभावना भी कम होती थी।

ये आरोपी हुए गिरफ्तार
अमित साहा पिता बोलाई चंद साहा (३४) राजमहेल, साहेबगंज झारखंड
मो. इकराम पिता मो. इजराइल (२५) राउरकेला, ओडिशा
टीपू सुल्तान पिता रहमत अली निवासी ओडिशा, हा.मु. तालापारा
अंजार खान पिता असलम खान निवासी उत्तरप्रदेश बांदा, हा.मु. बिलासपुर

ये आरोपी है फरार
मो. एजाज खान पिता जाहिद हुसैन निवासी सुंदरगढ़ ओडिशा
इब्राहिम पिता मो. इजराइल निवासी राउरकेला ओडिशा
शमीमुल्ला उर्फ इमाम पिता हबीबुल्ला निवासी गया बिहार
कुंदन सिंह पिता रामनंद सिंह निवासी गया बिहार
अमन कुमार पिता अरविंद सिंह निवासी गया बिहारमनोज