महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीजेपी को सरकार बनाने का न्यौता देने के बाद से राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एक और जहां आगे की रणनीति तय करने के लिए बीजेपी कोर कमेटी की बैठक कर रही है। वहीं शिवसेना ने कहा है कि बीजेपी अगर कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है। आपको बता दें कि शनिवार शाम को सबसे बड़े दल बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया। आधी रात को राज्य विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने से बमुश्किल चार घंटे पहले राज्यपाल ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को यह बताने के लिए कहा है कि उनकी पार्टी सरकार बनाने में सक्षम है या नहीं।
वहीं महाराष्ट्र में दूसरा सबसे बड़ा एनसपी-कांग्रेस गठबंधन भी सरकार बनाने का दावा कर रहा है। कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करके कहा है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को एनसीपी-कांग्रेस को आमंत्रित करना चाहिए क्योंकि वह दूसरा सबसे बड़ा गठबंधन है। उन्होंने कहा कि बीजेपी-शिवसेना ने अब सरकार से इनकार कर दिया है। उधर, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, अगर भाजपा-शिवसेना सरकार बनाती है, तो हम विपक्ष में बैठेंगे। अगर वे सरकार नहीं बनाते हैं तो कांग्रेस-एनसीपी एक वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश करेंगी। हमने राज्य में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए 12 नवंबर को अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है।
उधर, संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी अगर कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है। सभी दलों में कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं। शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्विट करके कहा है कि जो खानदानी रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नर्म अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है।
खरीद-फरोख्त की आशंका पर कांग्रेस विधायक राजस्थान भेजे गए
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो गया है और भाजपा-शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर गतिरोध जारी है। इसी बीच खरीद-फरोख्त की आशंका के मद्देनजर महाराष्ट्र कांग्रेस के 34 विधायकों को पार्टी शासित राजस्थान भेज दिया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- हमें कांग्रेस विधायकों को राजस्थान लाना पड़ा है, क्योंकि वहां बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त का खतरा था। ना केवल कांग्रेस विधायकों, बल्कि शिवसेना को भी लुभाया जा रहा था, जोकि भाजपा की गठबंधन सहयोगी है। शिवसेना को भी खतरा महसूस हो रहा है इसलिए वह भी अपने विधायकों को रिजार्ट में भेज रही है। गहलोत ने कहा कि सभी जानते हैं कि भाजपा ने गोवा और मणिपुर में सरकारें कैसे बनाई हैं। कुछ कांग्रेस विधायक आमेर किले में तो अन्य को कड़ी निगरानी में बुएना विस्टा रिजॉर्ट में ठहराया गया है।
शिवसेना ने राज्यपाल के फैसले का स्वागत किया
शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा भाजपा से यह पूछना कि वह सरकार बनाने में सक्षम है या नहीं, एक स्वागतयोग्य कदम है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का फैसला निर्धारित प्रक्रिया के अनुरूप है।राउत ने कहा-कम से कम राज्यपाल ने सरकार गठन के लिए संभावना तलाशने का काम शुरू कर दिया। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और सबसे पहले सरकार बनाने के लिए सही दावेदार वही है। लेकिन बहुमत के लिए 145 विधायक चाहिए।