भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में अशोक सिंघल (Ashok Singhal) और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lalkrishna Aadwani) का भी उल्लेख किया. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindhiya) ने अपने ट्वीट में कहा कि सभी को इस फैसले को पूरी गंभीरता और धैर्य से स्वीकार करना चाहिये.
उमा भारती ने अशोक सिंघल को याद किया
बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रसन्नता जताई है. उन्होंने कहा कि, 'माननीय सुप्रीम कोर्ट के इस दिव्य फैसले का स्वागत है. माननीय अशोक सिंघलजी को स्मरण करते हुए उनको शत्-शत् नमन.' इस अवसर पर उन्होंने पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भी याद किया.
उन्होंने कहा कि, 'आडवाणीजी का अभिनंदन जिनके नेतृत्व में हम सब लोगों ने इस महान कार्य के लिए अपना सर्वस्व दांव पर लगा दिया था.'
सिंधिया ने कहा – कायम रहे शांति और सद्भाव
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं. सभी को इस फैसले को पूरी गंभीरता और धैर्य से स्वीकार करना चाहिये.' उन्होंने कहा कि, 'हम सब की जिम्मेदारी है कि इस फैसले के बाद आपसी सौहाद्र, भाईचारे और अमन चैन की नींव पर मजबूती से खड़े हमारे देश में शांति और सद्भाव कायम रहे.'
CJI ने सुनाया फैसला
अयोध्या मामले पर अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि विवादित जमीन रामलला विराजमान को दी जाए. सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाया जाए साथ ही केंद्र सरकार तीन महीने में इसकी योजना बनाए. वहीं सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन देने का भी फैसला किया गया है. सीजेआई ने कहा कि ये पांच एकड़ जमीन या तो अधिग्रहित जमीन से दी जाए या फिर अयोध्या में कहीं भी दी जाए. वहीं 2.77 एकड़ विवादित जमीन पर सरकार का अधिकार रहेगा.