नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. इंटेलिजेंस एजेंसियों को यह जानकारी मिली है कि पाकिस्तान खालिस्तान (Khalistan) समर्थतक तत्वों को भारत में आतंकी गतिविधियों (Terrorist activities) को अंजाम देने के लिए दवाब बना रहा है.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) खालिस्तानी आतंकी संगठनों पर दवाब बना रही है. आईएसआई ने विदेश लिंक के जरिए भारत में अपने कॉन्टैक्ट्स से संपर्क साधा है.
खुफिया जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान सिख धर्म पर एक सेमीनार आयोजित कर रहा है जिसे आईएसआई द्वारा समर्थित संगठन ही आयोजित कर रहे हैं. इस तरह आईएसआई समर्थित फोरम द्वारा भारत में कई लोगों को आमंत्रित किया गया है. भारत सरकार ने ऐसे समूहों के निमंत्रण और गतिविधियों पर नजर रखने के निर्दश दिए हैं.
इससे पहले 6 नंबर को भारत ने पाकिस्तान द्वारा जारी किए गए करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) के आधिकारिक प्रचार वीडियो में जरनैल सिंह भिंडरावाले सहित तीन सिख अलगाववादी नेताओं की मौजूदगी पर चिंता व्यक्त की थी और मुद्दे को पाकिस्तान के समक्ष उठाया था.
वीडियो में सिख फॉर जस्टिस समूह के पोस्टर हैं जिनमें खालिस्तान की मांग करने वाले नेता भिंडरावाले और उसके सैन्य सलाहकार शबेग सिंह की तस्वीरें हैं जो 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए थे। सिख फॉर जस्टिस एक प्रतिबंधित संगठन है, जो सिख रेफरेंडम 2020 के लिए जोर दे रहा है।
यह वीडियो नौ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले सोमवार (4 नवंबर) को जारी किया गया था। बता दें करतापुर कॉरिडोर का उद्घाटन 9 नवंबर को होने जा रहा है. यह कॉरिडोर पंजाब में डेरा बाबा नानक मंदिर को पाकिस्तान के करतारपुर गुरुद्वारे से जोड़ेगा, जहां गुरु नानक देव ने अपने अंतिम दिन बिताए थे।