विद्याधाम पर अन्नकूट महोत्सव में हजारों भक्तों ने लिया जूठन नहीं छोड़ने का संकल्प 

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इन्दौर । विमानतल मार्ग स्थित श्रीश्री विद्याधाम पर अन्नकूट महोत्सव में महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सान्निध्य एवं आचार्य पं. राजेश शर्मा के निर्देशन में हजारों भक्तों ने ब्याह-शादी, मांगलिक प्रसंगों एवं किसी भी दावत में जूठन नहीं छोड़ने का संकल्प लिया।
आश्रम परिवार के पूनमचंद अग्रवाल, सत्यनारायण शर्मा, गोपाल मालू, राम ऐरन, संजय पंडित ने श्रद्धालुओं की अगवानी की। महोत्सव का शुभारंभ संध्या को छप्पन भोग एवं श्रृंगार दर्शन के साथ हुआ। इस अवसर पर अन्नकूट महोत्सव में आने वाले भक्तों से विशेष आग्रह किया गया कि वे देवस्वरूप अन्न का अपमान नहीं करें क्योंकि जूठन छोड़ना देव के अपमान जैसा अपराध है। अन्नकूट में दस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य लाभ उठाया। देर रात तक महाप्रसादी का क्रम चलता रहा। वृंदावन के भागवताचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट एवं पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक भी इस अन्नकूट में शामिल हुए। गिरिजानंद सरस्वती वेद वेदांग विद्यापीठ के बटुकों ने स्वस्ति वाचन किया। अतिथियों का स्वागत सुरेश शाहरा, पं. दिनेश शर्मा, राजेंद्र महाजन, रमेशचंद्र राठौर एवं अन्य बंधुओं ने किया। इस मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने सभी भक्तों को अन्न का महत्व बताते हुए उन्हें संकल्प दिलाया कि वे कभी भी कहीं भी जूठन नहीं छोड़ेंगे। इसी तरह पोलिथीन के बहिष्कार का संकल्प भी भक्तों को दिलाया गया।