इन्दौर । यह संभवतः पहला मौका था, जब दादी-नानी के जमाने को अग्रवाल समाज की महिलाओं ने एक बार फिर तरोताजा किया। अवसर था महिला प्रकोष्ठ अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति द्वारा आयोजित अन्नकूट महोत्सव का। भगवान श्रीनाथजी की मनोहारी प्रतिमा की आरती के पूर्व घर-घर से बनाकर लाए गए करीब 110 व्यंजनों का भोग उन्हें समर्पित किया गया, और आरती के बाद समाज एवं राष्ट्र में सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना भी की गई। इस अवसर पर सज संवरकर आई महिलाओं के बीच दिलचस्प स्पर्धाएं भी संपन्न हुई।
सपना-संगीता रोड स्थित होटल वेज दरबार पर हुए इस आयोजन के लिए महिला प्रकोष्ठ की सखियों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि वे एक जैसे व्यंजन बनाने के बजाय ग्रुप की अन्य सखियों से भी संपर्क कर लें और अन्नकूट महोत्सव में किसी भी व्यंजन की पुनरावृत्ति ना हो। हुआ भी यही, करीब डेढ़ महिलाओं में से किसी ने बेसन चक्की और आटे के लड्डू, तो किसी ने सूखे मेवे के लड्डू या चूरमा और किसी ने खोपरा पाक से लेकर हलवा, पकौड़े, पोहे मिक्स, नमकीन पूडी, मीठे खुरमे, मठरी, नवरत्न मिक्चर, शकरपारे, गुडपट्टी और इसी तरह के अलग-अलग व्यंजन बनाए और उन्हें करीने से सजाकर होटल पहुंची। प्रकोष्ठ की प्रमुख प्रतिभा मित्तल के अनुसार होटल में श्रीनाथजी की आरती का दृश्य भी देखने वाला था, जब इतने सारे व्यंजनों की सजावट और महक समूचे वातावरण को खुशनुमा बना गई। दीपों से आरती के बाद सबने परिवार, समाज और राष्ट्र में खुशहाली की प्रार्थना भी की। सभी बहनों के बीच घर-घर से लाए व्यंजनों को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया।
पूजा-पाठ के बाद इन सखियों ने तंबोला भी खेला और अनेक पुरस्कार भी जीते। इस मौके पर हुई स्पर्धाओं में बेस्ट ड्रेस के लिए प्रज्ञा अग्रवाल, बेस्ट नथ के लिए वंदना बंसल, बेस्ट चूड़ियों के लिए अनामिका अग्रवाल, बेस्ट झुमकों के लिए सुनीता बंसल, बेस्ट मांग टीका के लिए नेहा गुप्ता और बेस्ट हेयर स्टाईल के लिए उर्वशी अग्रवाल को विजेता घोषित किया गया। इसी तरह व्यंजनों की थाली, लाईट एवं रंगोली में सजावट के लिए शीतल गोयल, आस्था गोयल और सुषमा बंसल विजेता रहे। निर्णायक मंडल में सुनीता पाटीदार, अमिता सिंग, मुद्रा शास्त्री और सावी डाॅली शास्त्री शामिल थे। अंत में श्रीमती प्रतिभा मित्तल ने सभी सखियों को बधाई देते हुए आभार व्यक्त किया।