करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले भारत ने पाकिस्तान के साथ सुरक्षा इंतजामों को लेकर चिंता जाहिर की है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के साथ आतंकी खतरे को लेकर इनपुट साझा किया है। भारत को इंतजार है कि पाकिस्तान का क्या रुख लेता है।
सूत्रों ने कहा कि भारत ने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान जाने वाले वीवीआईपी को उच्चतम स्तर की सुरक्षा प्रदान करने के लिए कहा है। सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों की धमकी भारत के लिए चिंता का विषय है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि गणमान्य व्यक्ति भारत से करतारपुर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे का हिस्सा हैं। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल, हरदीप पुरी और 150 सांसद शामिल हैं। पाकिस्तान ने पहले जत्थे से उद्घाटन समारोह का हिस्सा बनने के लिए अनुरोध किया था।
सूत्रों के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान की तरफ से जारी किए गए वीडियो में अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरवाले की मौजूदगी पर भी आपत्ति जताई है।
पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है। भारत ने पाकिस्तान से कहा था कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। किसी भी खालिस्तानी समूह और किसी भी भारत विरोधी गतिविधि को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। भारत को कोई शर्मिंदगी नहीं होनी चाहिए।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि पाक ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा का आश्वासन को दे दिया है लेकिन करतारपुर जाने के लिए भारत की एक टीम को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। भारत ने पाकिस्तान में करतारपुर में व्यवस्थाओं और प्रोटोकॉल को देखने के लिए एक अग्रिम टीम को अनुमति देने का अनुरोध किया था।
पाकिस्तान ने भारत के इस अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया। पाकिस्तान ने केवल भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को साइट पर जाने की अनुमति दी है।
करतारपुर कॉरिडोर नौ नवंबर को खुलने वाला है। इस खास अवसर पर भारत और पाकिस्तान की तरफ से इसके उद्घाटन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम रखे गए हैं। करतारपुर कॉरिडोर के खुल जाने के बाद भारत के गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित दरबार साहिब गुरुद्वारे से जुड़ जाएगा।