मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति के लिए अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं. शिवसेना (Shiv sena) सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी (BJP) की तरफ से संवाद पूरी तरह बंद हैं. अगले 48 घंटे और इंतजार किया जाएगा अन्यथा प्लान बी को अमल में लाने पर काम शुरू किया जाएगा. शिवसेना प्लान B के तहत एनसीपी सरकार में शामिल होगी और कांग्रेस का बाहर से समर्थन मिलेगा.
इतना ही नहीं, अगर शिवसेना, बीजेपी से अलग होकर सरकार बनाएगी, तो उसी वक्त केंद्र में मंत्री अरविंद सावंत को तत्काल इस्तीफा देने के लिए कहेगी. शिवसेना केंद्र में बीजेपी से समर्थन भी वापस ले सकती है. शिवसेना आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में सच्चाई, न्याय और अधिकारों के लिए लड़ रही है. राउत ने आत्मविश्वास के साथ कहा, "राज्य के ऊपर लगा ग्रहण जल्द हट जाएगा और नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह जल्द होगा."
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने का निर्णय महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी की दखलंदाजी को खारिज कर दिया. राउत ने कहा कि ठाकरे भी राज्य में स्थाई सरकार चाहते हैं. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द शिवसेना की अगुआई में नई सरकार शपथ लेगी. सरकार जनादेश के अनुसार बनेगी और यह प्रदेश की राजनीति को बदल देगी.
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने के बारे में पूछने पर राउत ने कहा, "हां, मैंने उनसे मुलाकात की और बात की. क्या यह अपराध है? वह एक सम्माननीय राष्ट्रीय नेता हैं, उनसे किसी मुद्दे पर चर्चा करने में क्या गलत है? उनसे बात करनी भी चाहिए. हम जानते हैं कि सभी उनके संपर्क में हैं."
उधर, सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी इंतज़ार करो और देखो की रणनीति पर काम करेगी. पार्टी को उम्मीद है कि आठ नवंबर से पहले गतिरोध सुलझ जाएगा. पार्टी ने शिवसेना से बातचीत के लिए दरवाजे खुले छोड़ रखे हैं. बीजेपी के पास निर्दलीय व छोटी पार्टियों के विधायकों को मिलाकर 121 विधायक हैं. बीजेपी अल्पमत की सरकार नहीं बनाएगी. 50-50 फ़ार्मूले (50-50 Formula) पर बीजेपी सहमत नहीं है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी मंत्रालय बांटने के लिए तैयार है. उपमुख्यमंत्री पद भी शिवसेना को देने को तैयार है.