भोपाल
मध्यप्रदेश में एक बार फिर सियासत का पारा चढ़ गया है| विधानसभा ने पन्ना जिले की पवई विधानसभा सीट से निर्वाचित भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता समाप्त कर दी है। लोधी के खिलाफ एक आपराधिक मामले में भोपाल की विशेष अदालत ने दो साल की सजा सुनाई थी। विधानसभा की इस कार्रवाई से जहां भाजपा को बड़ा झटका लगा है, वहीं कांग्रेस खेमा गदगद नजर आ रहा है| इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है|
मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है अभी दो-तीन सीट और आएंगी, इन्तजार कीजिये| सीएम कमलनाथ मीडिया से चर्चा कर रहे थे, इस दौरान जब उनसे विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता रद्द होने के मामले पर प्रश्न किया तो उन्होंने कहा पंद्रह साल से भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के कारनामे सामने आ रहे हैं, अभी और सामने आएंगे| यह मामला आज सामने आया है, ऐसे मामले हर हफ्ते आएंगे, हर महीने सामने आएंगे| वहीं उन्होंने बहुमत के सवाल पर कहा सरकार पहले से ही बहुमत में है| इन्तजार कीजिये अभी दो से तीन सीटें और आएंगी|
प्रहलाद लोधी की सदस्यता खत्म होने से भाजपा को दूसरा बड़ा झटका लगा है। भाजपा कुछ ही दिन पहले झाबुआ की सीट गवां चुकी है। प्रहलाद लोधी के खिलाफ अवैध उत्खनन रोकने पहुंचे तहसीलदार और सरकारी अमले पर हमला कर मारपीट का एक मामला अदालत में विचाराधीन था। इसमें विशेष न्यायालय ने सुनवाई के बाद गुरुवार को दो साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद विधानसभा ने सदस्यता समाप्त करने का आदेश दे दिया| इस पर भाजपा ने सवाल उठाये हैं|
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा किसी भी व्यक्ति को उसका पक्ष रखने का अधिकार है। किसी भी व्यक्ति को अपनी बात रखने देना नैसर्गिक न्याय होता है। देश में कसाब और अफजल जैसे खूंखार आतंकवादी तक को सुनवाई का मौका दिया लेकिन एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि जो जनता की सेवा में लगे रहते है, उनसे जुड़े मामले पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जल्दबाजी में कार्रवाई की गई वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने बिना विचार किये सरकार के दबाव में जिस तरह आनन फानन में कार्रवाई की वह सरकार के डर को दर्शाता है। नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने कहा कि इस पूरे मामले में हम कानूनविदों से चर्चा कर कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।