बैंकॉक: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने थाईलैंड में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकॉक में पहला नार्थ ईस्ट फेस्टिवल मनाने का भी यही उद्देश्य था, जब भारत थाईलैंड और म्यांमार हाईवे शुरू हो जायेगा तो पूरे इलाके में ट्रेड और टूरिस्म बढ़ने के साथ एकता को बल मिलेगा. मेरी संसदीय क्षेत्र से बैंकॉक के लिए फ्लाइट बहुत पॉपुलर हुई है, इसलिए बौद्ध टूरिस्ट भारत आते हैं. नॉर्थ इस्ट इंडिया को हम थाइलैंड से जोड़ने के लिए हम काम कर रहे हैं. हम आसियान देशों के एक हजार छात्रों के लिए आईआईटी में छात्रवृति दी जाएगी. काउंसलर सर्विस को और आसान बनाने पर हम काम कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, "थाईलैंड के कण-कण में अपनापन लगता है. यहां की परंपराओं और आस्था में भारतीयता की महक है. उन्होंने थाईलैंड में रहने वाले भारतीयों को छठ पूर्व की शुभकामनाएं दी. पीएम मोदी ने कहा कि थाइलैंड के राजपरिवार का भारत के प्रति लगाव हमारे घनिष्ठ और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है. राजकुमारी महाचक्री स्वयं संस्कृत की बहुत बड़ी विद्धान हैं और संस्कृति में बहुत गहरी रुचि है. भारत से उनका आत्मीय नाता बहुत गहन है. भारत-थाइलैंड के रिश्ते सिर्फ सरकारों के बीच के नहीं है. इतिहास के हर पल ने, इतिहास की हर घटना ने, हमारे संबंधों को विकसित किया है, विस्तृत किया है और नई ऊंचाइयों तक पहुंचा है. ये रिश्ते दिल के है, आत्मा के हैं, आस्था के हैं, आध्यात्म के हैं." पीएम मोदी ने 'सवास्दी मोदी' का अर्थ बताते हुए कहा कि इसका मतलब है: आपका कल्याण हो, अभिवादन हो."
पीएम मोदी ने कहा, "हजारों साल पहले दक्षिण पूर्वी एशिया के साथ समुद्र के रास्ते जुड़े, हमारे नाविकों ने तब समुद्र की लहरों पर हजारों मील का फासला तय करके समृद्धि और संस्कृति के जो सेतु बनाएं वो आज भी विद्यमान है. पिछले पांच सालों में मुझे दुनिया के कई देशों में जाने का मौका मिला. हर जगह भारतीय समुदाय से मिलने की कोशिश मैं करता रहता हूं. आज भी आप इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए, मैं इसके लिए आपका आभारी हूं."
एम मोदी ने कहा, "ऐसी हर मुलाकात में मैंने देखा कि भारत और मेजबान देश की सभ्यता का एक अद्भुद संगम नजर आता है. मुझे गर्व होता है कि आप जहां भी रहें, आपमें भारत रहता है. आपके भीतर भारतीय संस्कृति के मूल्य जीवंत रहते हैं. इस बार के आम चुनाव में इतिहास में सबसे ज्यादा 60 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले हैं. ये विश्व के लोकतांत्रिक इतिहास की सबसे बड़ी घटना है. हर भारतीय को इसका गर्व होना चाहिए."
पीएम मोदी ने कहा, "अब हम उन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं जो कभी असंभव लगते थे. जिन्हें सोच भी नहीं सकते थे. आप सभी इस बात से परिचित हैं कि आतंक और अलगाव का बीज बोने वाले एक बहुत बड़े कारण से देश को मुक्त करने का निर्णय भारत ने कर लिया है."