नई दिल्ली. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में तीन दिन के लिए देशभर से 25 लाख से अधिक मुस्लिम इकट्ठा हो रहे हैं. लाखों की जुटने वाली भीड़ को देखते हुए तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं. सफर में लोगों को कोई तकलीफ न हो इसके लिए रेलवे से ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने की अपील की गई है. इस संबंध में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर इंतजामों पर चर्चा किया. भोपाल में ये जलसा 23 नवंबर से 25 नवंबर तक चलेगा.
3 दिन चलेगा देश का सबसे बड़ा इज्तिमा
दरअसल भोपाल में हर साल तीन दिन के तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन किया जाता है. कई दशकों से यहां इज्तिमा का आयोजन किया जाता रहा है. बीते साल (2018) इज्तिमा चार दिन तक चला था. इज्तिमा में देशभर के अलावा विदेशों से आने वाले मुस्लिम भी शिरकत करते हैं. जानकार बताते हैं कि इज्तिमा का मतलब एक धार्मिक सम्मेलन हैं. जहां धर्म की जानकारी देने के साथ ही कुछ सामाजिक फैसले भी लिए जाते हैं. मसलन शादी में दहेज प्रथा को बंद किया जाए. शिक्षा पर क्या-क्या काम होने चाहिए, इत्यादि.
इज्तिमा के संबंध में कमलनाथ सरकार ने बुलाई बैठक
मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि तब्लीगी इज्तिमा के मौके पर बेहतर इंतजाम हों. कोशिश करें कि इसमें आने वाले लोग शासन के व्यवस्था से न सिर्फ संतुष्ट रहें बल्कि तारीफ भी करें. सीएम तब्लीगी इज्तिमा की तैयारियों के सिलसिले में बुधवार को मंत्रालय में समीक्षा बैठक कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इज्तिमा में पूरे देश और विदेशों से भी लोग शामिल होने आएंगे. इस दौरान साफ-सफाई की बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं हों. उन्होंने सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही इसकी मॉनिटरिंग व्यवस्था को भी चुस्त-दुरूस्त रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यह हो कि इस वर्ष का इज्तिमा व्यवस्थाओं और साफ-सफाई के मामले में मिसाल बने.
अल्पसंख्यक कल्याण ने अतिरक्त कोच लगाने की कही बात
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील ने इज्तिमा में शामिल होने वाले लोगों के लिए रेलवे द्वारा बेहतर व्यवस्था रखने और अतिरिक्त बोगियांं लगाने को कहा है. इस मौके पर बैठक में शामिल भोपाल डिवीजन रेलवे मंडल के प्रमुख उदय बोरवनकर ने डीआरएम भोपाल द्वारा प्रस्तावित रेल सुविधाओं की जानकारी दी. बैठक में कलेक्टर भोपाल तरुण पिथौड़े ने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगर निगम, लोक निर्माण, ग्राम पंचायत, पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य, विद्युत मंडल, भारत संचार निगम, सड़क विकास प्राधिकरण और रेलवे विभाग द्वारा इज्तिमा में आने वाले लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं की तैयारियां कर ली गई हैं.