नई दिल्ली: 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की 144 वीं जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने लौह पुरुष को गुजरात के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर श्रद्धांजलि करने के बाद कहा कि आज भी सरदार पटेल के एक-एक शब्द का महत्व है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से ऊर्जा और शांति मिलती है. ये प्रतिमा एकता की प्रतीक है. एकता ही वह प्रवाह है जिसमें भारतीयता का प्रवाह है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम देश के विभिन्न शहरों और गांवों में मनाया जा रहा है. मैं इसमें शामिल होने वाले सभी नागरिकों के प्रति आभार प्रकट करना चाहता हूं. भारत विविधता में एकता के लिए जाना जाता है. ये हमारा गौरव और हमारी पहचान है. देश की एकता का पर्व मनाना हमारी सबसे बड़ी ताकत है. आंबेडकर के लिखे संविधान में एकता की ताकत है. देश में अलग-अलग भाषा, बोलियां और खानपान हमारी पहचान हैं.
देश के पहले गृह मंत्री सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर केवडिया में राष्ट्रीय एकता परेड का आयोजन किया गया. इसमें एनएसजी, सीआरपीएफ ने हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने एकता दिवस परेड की सलामी ली. इसके साथ ही पीएम मोदी ने लोगों को राष्ट्र की एकता और अखंडता की शपथ भी दिलाई. इस अवसर पर देश भर में रन फॉर यूनिटी (Run For Unity) का आयोजन हो रहा है. दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नेशनल स्टेडियम में इस कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाई.
अमित शाह ने कहा, ''पूरे 70 साल हो गए, किसी ने धारा 370 और 35A को छूना भी मुनासिब नहीं समझा. 2019 में देश की जनता ने हमारे पीएम मोदी को देश की बागडोर सौंपी और 5 अगस्त का वो दिन है जिस दिन देश की पार्लियामेंट ने धारा 370 और 35A को हटाने का काम किया.'' उन्होंने कहा, ''धारा 370 और 35A देश के अंदर आतंकवाद की एंट्री का गेटवे बनी हुई थी. इस गेटवे को 'रुक जाओ' करके एक फाटक लगाने का काम भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने किया है.'' इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सरदार पटेल की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की.
रन फॉर यूनिटी
मुंबई में महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाई. इसी तरह हरियाणा के पंचकूला में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित होने वाली रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाई.
उल्लेखनीय है कि 2014 से हर वर्ष 31 अक्टूबर ‘राष्ट्रीय एकता दिवस' (National Unity day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन हर वर्ग के लोग ‘रन फॉर यूनिटी’ (Run for Unity) में भाग लेते हैं.
जम्मू कश्मीर और लद्दाख बने केंद्रशासित प्रदेश
560 देसी रियासत का एकीकरण करने में अहम योगदान निभाने वाले सरदार पटेल की जयंती के मौके पर जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन एक्ट, 2019 के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य आज से दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख में विभाजित हो गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस आशय की अधिसूचना बीती मध्यरात्रि को जारी की. 31 अक्टूबर की सुबह राधा कृष्ण माथुर ने लद्दाख के उपराज्यपाल पद की शपथ ली. जम्मू और कश्मीर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने उनको शपथ दिलाई. इस तरह वह केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के पहले उपराज्यपाल बने. उमंग नरुला को उनका सलाहकार बनाया गया है. इस तरह देश में एक प्रदेश कम हुआ और दो नए केंद्रशासित प्रदेशों का गठन हुआ.