जबलपुर. आज हिंदुस्तान चांद पर जा चुका है, लेकिन अंधविश्वास (superstition) की धुंध साफ नहीं हो पा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों (rural areas) में आज भी लोग जादू-टोने (witchcraft) पर विश्वास करते हैं और कई बार इस अंधविश्वास के चक्कर में गंभीर अपराधों (Crime) को अंजाम दे देते हैं. ताजा मामला जबलपुर (Jabalpur) के मझौली थाना क्षेत्र का है, जहां एक शख्स ने गांव के ही एक व्यक्ति को जादू टोने के शक (suspicion of witchcraft) में मौत के घाट उतार दिया.
पड़ोसी ने की हत्या
रविवार की सुबह करीब साढ़े 6 बजे पुलिस को सूचना मिली कि नरीला गांव में 75 वर्षीय वृद्ध की हत्या कर दी गई है, जिसे गांव के ही भूरा कोल ने अंजाम दिया है. सूचना पर पहुंची पुलिस को मृतक रामप्रसाद कोल के पड़ोसी रमेश कोल ने बताया कि रामप्रसाद अपने घर से पैदल जा रहा था तभी सामने रास्ते से सायकिल पर आ रहे भूरा कोल ने उस पर लोहे के एक पट्टे से हमला कर दिया. हमला इतनी जोर से किया गया था कि रामप्रसाद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. पुलिस ने जब भूरा कोल के संबंध में पतासाजी की तो जानकारी मिली कि भूरा कोल कबाड़ खरीदने का काम करता है, जिसके लिए वह गोसलपुर गया है. पुलिस ने उसकी लोकेशन लेते हुए घेराबंदी की और भूरा को गिरफ्तार कर लिया.
जादू टोने के डर से की हत्या
पुलिस हिरासत में भूरा ने जो जानकारी दी उससे पुलिस के भी कान खड़े हो गए. उसने बताया कि रामप्रसाद जादू टोना करता है. रामप्रसाद ने उस पर भी कई बार जादू टोना किया जिससे वह बीमार रहने लगा. वह हमेशा रामप्रसाद से बचकर निकलता था और सुबह जल्दी ही घर से चला जाता था. घटना वाली सुबह जब वह कबाड़ खरीदने जा रहा था तभी रास्ते में रामप्रसाद दिख गया और वह डर गया कि अब फिर से वह उस पर जादू करेगा, इसी डर के कारण उसने रामप्रसाद पर लोहे के पट्टे से हमला कर दिया. पुलिस ने आरोपी भूरा कोल को गिरफ्तार कर लिया है.