भोपाल,भेल कारखाने के दो हजार से अधिक कर्मचारी और अधिकारी 31 अक्टूबर को सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। भेल के निजीकरण को लेकर लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम भेल के फाउंड्री गेट पर शाम 4 बजे किया जाएगा। इस प्रदर्शन में भेल की सभी यूनियन शामिल होंगी। इंटक अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी ने बताया कि केंद्र सरकार सार्वजनिक उपक्रम भेल का निजीकरण किया तो वर्ष 1964 का इतिहास दोहराया जाएगा। उस दौरान भेल कर्मचारी अपने हक के लिए कारखाने में टूल डाउन कर अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए थे। इसके बाद केंद्र को देश के अन्य राज्यों में भेल की यूनिट बनाना मजबूरी हो गया और भोपाल यूनिट के कई कर्मचारी नेताओं को जेल हो गई थी।
त्रिपाठी ने कहा कि यह पहला मौका है कि जब संग्राम समिति में सभी कर्मचारी, अधिकारी और सुपरवाईजरों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। गवर्नर हाउस से लेकर सीएम हाउस तक रैली निकाली जाएगी। प्रबंधन को चेतावनी कर्मचारियों की सभी यूनियनों की हुई बैठक में दी। केंद्र ने बिकने वाले सार्वजनिक उपक्रमों की जो सूची जारी की है, उसमें भेल का भी नाम है।