मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस एक नवम्बर को भोपाल के मिन्टो हॉल में दो दिवसीय राइट टू हेल्थ कॉन्क्लेव का शुभारंभ होगा। कॉन्क्लेव में स्वास्थ्य एवं समाज सेवा से जुड़े देश-भर के विषय-विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों में स्वास्थ्य से जुडे़ सभी मुद्दों पर विचार-मंथन करेंगे।
कॉन्क्लेव में एक नवम्बर को सुबह 11 बजे उदघाटन सत्र होगा। इसके बाद स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर समांतर सत्र आयोजित होंगे। पहला सत्र दोपहर 12.30 बजे से शुरू होगा। इसका विषय 'आध्यात्मिकता और स्वास्थ्य' होगा। दूसरा सत्र दोपहर 2 बजे से दोपहर 3.15 बजे तक चलेगा। इसमें स्वास्थ्य के अधिकार के लिये 'विधायी एवं नीतिगत तंत्र' विषय पर विशेषज्ञ विचार-विमर्श करेंगे। कॉन्क्लेव में सामांतर रूप से दोपहर 2 बजे से शाम 5.30 बजे तक समग्र स्वास्थ्य वितरण ढाँचे को विकसित करने के लिये अनुसंधान और एकेडमिक दृष्टिकोंण पर तकनीकी विशेषज्ञ प्रस्तुतिकरण देंगे। तीसरा सत्र दोपहर 3.30 मिनिट से शुरू होकर शाम 4.45 तक चलेगा। इसमें 'समग्र अभिव्यक्ति और समग्र स्वास्थ्य' पर विचार-विमर्श होगा। समांतर रूप से दोपहर 3.30 से शाम 4.45 बजे तक सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य संस्थानों के लिये वैकल्पिक वित्तीय मॉडलिंग पर विचार-विमर्श होगा। कॉन्क्लेव के पहले दिन का अंतिम सत्र शाम 5 बजे से 6.15 बजे तक चलेगा। इसमें जन-समुदाय के स्वास्थ्य के लिये निवेश पर चर्चा होगी। कॉन्क्लेव के पहले दिन शाम 7.15 से सांस्कृतिक आयोजन होंगे।
कॉन्क्लेव के दूसरे दिन भी समांतर सत्रों में विषय-विशेषज्ञों के बीच विचार-विमर्श होगा। पहला सत्र सुबह 9.30 से 10.45 बजे तक होगा। इसमें स्वास्थ्य के अधिकार को क्रियान्वित करने में जन-सामाजिक संस्थाओं और स्थानीय सरकारी निकायों की भूमिका पर चर्चा होगी। इसके साथ ही प्रौद्योगिकी और नवाचार के माध्यम से स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र की सक्रिय भागीदारी और चिकित्सकीय आपूर्ति की उपलब्धता के लिये आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन पर पुनर्विचार पर चर्चा होगी। इसी समय अन्य सत्र में आधुनिक युग में स्वास्थ्य संबंधी उभरती चुनौतियाँ और स्वास्थ्य के अधिकार के क्रियान्वयन में मीडिया की भूमिका पर चर्चा होगी।
कॉन्क्लेव के दूसरे दिन अन्य सत्र सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक होंगे। इसमें विषय-विशेषज्ञ 'स्वास्थ्य के अधिकार की दिशा में प्रतिबद्धता' की समीक्षा करेंगे। कॉन्क्लेव का समापन सत्र दोपहर 12.45 बजे से होगा।