भोपाल,भारत सरकार के हथकरघा विकास आयुक्त संजय रस्तोगी ने मध्यप्रदेश के संत रविदास एम.पी. हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम तथा छत्तीसगढ़ राज्य हथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ के बीच किये गये एमओयू की सराहना करते हुए अन्य राज्यों के हथकरघा आयुक्तों को भी इस दिशा में पहल करने को कहा है।
भारत के हथकरघा विकास आयुक्त ने इस सिलसिले में देश के सभी हैण्डलूम एम्पोरियम, कार्पोरेशन, फेडरेशन एवं हैण्डलूम उत्पादक एजेंसियों को लिखे गये पत्र में कहा है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच हथकरघा विकास के लिये किये गये एमओयू से दोनों राज्य पारस्परिक सहयोग से उत्पादन को बढ़ावा देकर दोनों ही राज्यों में अपने उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग कर सकेंगे। हथकरघा विकास आयुक्त ने दोनों राज्यों के बीच इस पहल को प्रशंसनीय निरूपित किया है। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की पहल अन्य राज्यों के बीच भी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि हथकरघा उत्पादों के उत्पादन और विपणन करने वाली हथकरघा एजेंसियाँ इस पहल का अनुसरण कर सकती हैं।
इस प्रकार पारस्परिक सहमति के नियम व शर्तों के आधार पर आपस में एमओयू कर हैण्डलूम एम्पोरियम, कार्पोरेशन तथा फेडरेशन अपने सर्वश्रेष्ठ हैण्डलूम उत्पाद पूरे देश के शोरूम तथा हैण्डलूम उत्पादों के बिक्री केन्द्रों में रख सकते हैं।