पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वह अगले महीने मॉस्को में आयोजित होने वाली अफगान शांति प्रक्रिया पर चार पक्षीय वार्ता में हिस्सा लेगा। इस वार्ता के जरिए रुकी पड़ी वार्ता को फिर से शुरू करने का प्रयास होगा। रूस, अमेरिका, चीन और पाकिस्तान इस समूह के हिस्सा है।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने यहां साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''पाकिस्तान वार्ता में हिस्सा लेगा और अफगानिस्तान तथा पश्चिम एशिया के लिए अतिरिक्त सचिव इसकी नुमाइंदगी करेंगे।"
इस्लामाबाद ने जुलाई में बीजिंग में आयोजित वार्ता के पहले चरण में हिस्सा लिया था। यह चीन, रूस और अमेरिका वाले त्रिपक्षीय मंच की तीसरी बैठक थी और पाकिस्तान पहली बार इसमें शामिल हुआ था। फैसल ने कहा, ''पाकिस्तान, अफगानिस्तान में शांति और सुलह के लिए सभी प्रयासों का हिस्सा रहा है और इसके लिए अपनी भूमिका निभाता रहेगा।
इस महीने की शुरूआत में अफगान तालिबान के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान का दौरा किया था। संयोग से यह दौरा ऐसे वक्त हुआ था जब अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत जलमय खलिलजाद इस्लामाबाद पहुंचे थे। सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन के पास कैंप डेविड में तालिबान और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ गोपनीय बैठक रद्द करने का फैसला किया था।