मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों (Maharashtra Assembly Elections) को लेकर चुनावी बिसात बिछ चुकी है. नामांकन (nomination) के बाद अब जनता को उम्मीदवारों के पक्ष में करने के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) बीजेपी का पलड़ा भारी करने की खातिर गुरुवार को पीएम मोदी ने सतारा (Satara) में एक जनसभा को संबोधित किया. आपको बता दें कि महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव (Maharashtra Elections) इसलिए भी खास हैं क्योंकि वहां बीजेपी (BJP) पहली बार गठबंधन में शिवसेना (Shiv Sena) से ज्यादा सीटों से लड़ रही है और इस बार ठाकरे परिवार (Thackeray Family) का पहला सदस्य चुनावी मैदान में है. यहां आपको यह भी बता दें कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में वोटिंग (voting) 21 अक्टूबर को है जबकि चुनावों के नतीजे (Election Results) 24 अक्टूबर को आने हैं.
पीएम मोदी ने सतारा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "आपका उत्साह आपका जोश विपक्ष के होश उड़ा रहा है. जब उद्यान राजे जी बोल रहे थे, मेरा मन करता था सुनता ही रहूं, एक-एक शब्द दिल की गहराई से निकलता था. सतारा की भूमि संतो की भूमि है. अतुलनीय सामाजिक और आध्यात्मिक नेतृत्व यहां की धरती से निकले हैं. मेरे लिए सतारा एक तरह से गुरु भूमि भी है. उदयन राजे जी ने उसका उल्लेख किया. मैं आज जो कुछ भी कर पा रहा हूं, जिन संस्कारों में मैं पला बढ़ा हूं, जिनसे हमने शिक्षा पाई है, उनकी यह जन्मस्थली है. और बाद में वो गुजरात आए थे. उन्होंने मुझे शिक्षा दी है और इसलिए यह मेरे लिए गुरु भूमि है."
पीएम मोदी ने आगे कहा, "जब सहयाद्रि से सूरज निकलता है तो लगता है कि हाथ में केसरिया लहराते हुए शिवाजी चले आ रहे हैं. आज तक बीजेपी के पास शिवाजी महाराज के संस्कार थे और आज उनका पूरा परिवार भी मेरे साथ है. बीते 5 वर्षों से महायुति की सरकार ने केंद्र में और महाराष्ट्र में भी शिवाजी महाराज के संस्कारों के अनुरूप काम किया है. भारत पर बुरी नजर रखने वालों को मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा. शिवाजी ने सशक्त नौ सेना का निर्माण किया था. हमारी सरकार ने बीते 5 साल में जल थल नभ और अंतरिक्ष में एक से एक अस्त्र शस्त्र सेना का हिस्सा बन रहा है. राष्ट्र रक्षा, राष्ट्र के एकीकरण के लिए महायुति की सरकार ने ऐसे फैसले लिए हैं, जिनके लिए पहले हिम्मत नहीं दिखाई गई थी. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज महाराष्ट्र में जो हमारे विरोध में खड़े हैं, उन्होंने राष्ट्ररक्षा के लिए उठाए गए हर कदम का विरोध किया."
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए आगे कहा, "जब ये राफेल जैसे आधुनिक जहाज को लेकर कुप्रचार करते हैं तो मुझे विश्वास है इस राष्ट्रभक्ति की धरती को पीड़ा होती है. जब हमारे वीर जवानों पर कांग्रेस एनसीपी के नेता सवाल उठाते हैं तो सबसे ज्यादा ठेस सातारा को पहुंचती है. जब ये आर्टिकल-370 को लेकर अफवाहें फैलाते हैं, तब पूरा सातारा निराश होता है. जब वीर सावरकर जैसे राष्ट्रनायकों को ये बदनाम करने का प्रयास करते हैं, तब सातारा का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है. कांग्रेस और NCP के दलों के भीतर भी दंगल है और दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच दंगल चल रहा है. वो एक-दूसरों को हैसियत दिखाने के लिए बिसात बिछा रहे हैं. दूसरी तरफ भाजपा-शिवसेना की महायुति. जहां कार्यकर्ताओं में गठबंधन में ही बंटवारा है वो महाराष्ट्र को एकजुट भला कैसे कर सकते हैं. इनकी राजनीति का एक ही आधार है- बांटो और मलाई खाओ. ये संस्कार छत्रपति शिवाजी के बिलकुल नहीं हैं. उन्होंने तो समभाव और सद्भाव से राष्ट्र सेवा का मार्ग दिखाया है. और इसीलिए लोकसभा चुनाव में जनता ने उन्हें बता दिया."
अपना हमला जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा, "शरद पवार ने यहां से खड़ा होने से इंकार कर दिया. पृथ्वीराज जी का बयान है कि कांग्रेस और नैप के बीच दंगल है और एक दूसरे को हैसियत बताने के लिए बिसात बिछा रहे हैं और दूसरी तरफ बीजेपी शिवसेना की महायुति महाराष्ट्र को और अधिक उंचाई पर पहुंचाने के लिए निकल पड़े हैं. विरोधी का एक ही मकसद है बांटो और मलाई खाओ जबकि हमारा मंत्र है सबका साथ सबका विश्वास और इसीलिए हमने यहां पर अनेकों परियोजनाओं पर हजारों करोड़ खर्चा किया है."
पीएम मोदी ने आगे कहा, "पहले विकास के नाम पर कैसी राजनीती चलती थी. 90 के दशक में जब महाराष्ट्र में महायुति की सरकार थी तब यहां पानी की परेशानी को देखते हुए कुछ डैम स्वीकृत हुए थे. लेकिन महायुति की सरकार गई तो डैम की ये फाइलें भी बंद हो गईं और आपने जब केंद्र में नरेन्द्र और महाराष्ट्र में देवेन्द्र को अवसर दिया, तो पुरानी फाइलें खुल गईं. अब सिंचाई परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है. गन्ना किसानों की मुश्किलों को हल करने के लिए हर संभव कोशिश बीते 5 वर्षों में की गई है. गन्ने के लाभकारी मूल्य को लागत का डेढ़ गुणा से अधिक तय किया गया है. जब भी कोई समस्या हुई है, हमने यह कोशिश की है कि किसानों को उनका बकाया समय पर मिले. गन्ना किसानों को सिर्फ चीनी के भरोसे ना रहना पड़े, इसके लिए इथेनॉल के उत्पादन पर बल दिया जा रहा है. देश भर में इसके लिए आधुनिक फैक्ट्रियां बनाई जा रही हैं. हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल में करीब 10 प्रतिशत तक के इथेनॉल का उपयोग किया जा सके."
उन्होंने आगे कहा, "हमारी सरकार सिंचाई से लेकर कमाई तक के तमाम प्रयास कर रही है. किसान हो, जवान हो या युवा, महायुति की सरकार हर वर्ग के लिए समर्पित है. मराठा समाज को आरक्षण हो, सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को इतिहास में पहली बार मिला आरक्षण हो, ये महायुति की ही सरकार ने कर दिखाया है. महायुति की सरकार का हमेशा से ये प्रयास रहा है कि किसी का शोषण ना हो, किसी का हक ना मारा जाए महाराष्ट्र के सभी किसान परिवारों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पहुंच रहा है. लघु किसान परिवारों, खेत मजदूरों, छोटे दुकानदारों को, 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन की सुविधा भी तय हो चुकी है
बीते 5 वर्ष में महिला सशक्तिकरण को भी अभूतपूर्व बल मिला है. हमारी बहनों की सुरक्षा से लेकर सम्मान के लिए पहली बार बड़े कदम उठाए गए हैं. सामाजिक सद्भाव की यही नीति पूरे देश को पसंद आ रही है, इसलिए पूरे देश का स्नेह और आशीर्वाद हमें मिल रहा है."