जब उद्धव और शिवसेना पर भड़के बागी नेता ने कह दी ये बात…

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लोकसभा चुनाव से ही शिवसेना से बगावत करने वाले हर्षवर्धन जाधव और शिवसेना के बीच विवाद चल रहा है.  जनसभाओं में हर्षवर्धन और शिवसेना के नेता एक-दूसरे पर टिप्पणी करते सुनाई देते हैं. इसी कड़ी में हर्षवर्धन ने औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज अली का हवाला देते हुए शिवसेना को घेरा.
    शिवसेना के पूर्व विधायक हर्षवर्धन ने की टिप्पणीऔरंगाबाद की कन्नड़ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हैं हर्षवर्धनहर्षवर्धन ने शिवसेना और उद्धव ठाकरे को बनाया निशाना

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बागियों के तेवर काफी सख्त नजर आ रहे हैं. शिवसेना के एक बागी का भी ऐसा ही अंदाज देखने को मिला. औरंगाबाद के कन्नड़ में पूर्व विधायक हर्षवर्धन जाधव ने अपनी पुरानी पार्टी शिवसेना और उसके नेताओं की आलोचना करते-करते भाषा की मर्यादा ही लांघ गए.

लोकसभा चुनाव से ही शिवसेना से बगावत करने वाले हर्षवर्धन जाधव और शिवसेना के बीच विवाद चल रहा है.  जनसभाओं में हर्षवर्धन और शिवसेना के नेता एक-दूसरे पर टिप्पणी करते सुनाई देते हैं. इसी कड़ी में हर्षवर्धन ने औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज अली का हवाला देते हुए शिवसेना को घेरा. हर्षवर्धन ने कहा, 'शिवसेना के हर भाषण में कहा जाता है कि लोकसभा चुनाव में मुसलमान चुनकर आ गया है. लेकिन शिवसेना वाले कभी यह नहीं कहेंगे कि पिछले 25 सालों में उनके सांसद ने कौन से काम किए हैं.'

हर्षवर्धन जाधव ने उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'उद्धव ठाकरे ने अपनी सभा में कहा कि हरा झंडा ऊपर चढ़ाया है और भगवा झंडा नीचे उतारा है, अगर शिवसेना की मुसलमानों को लेकर ये भावना है तो फिर क्या अब्दुल सत्तार तुम्हारी मां का पति है क्या? यह फिर कोई रिश्तेदार है तुम्हारा?

बता दें कि अब्दुल सत्तार महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता हैं और औरंगाबाद से ही आते हैं. हाल ही में अब्दुल सत्तार ने कांग्रेस छोड़कर शिवसेना का दामन थामा है.
हर्षवर्धन के घर पर पथराव

शिवसेना के पूर्व विधायक और कन्नड़ विधानसभा सीट के निर्दलीय उम्मीदवार हर्षवर्धन जाधव के घर पर पथराव का भी मामला सामने आया है. आरोप है कि उनके घर बीती रात कुछ लोगों ने पथराव किया, जिससे उनकी गाड़ी के शीशे फूट गए. हर्षवर्धन की पत्नी ने बताया कि रात 12 से 1 के बीच कुछ लोग उनके घर पर आए, पत्थर फेंके और जय शिवाजी के नारे लगाकर चले गए. औरंगाबाद में हर्षवर्धन के घर पर जिस वक्त यह हमला हुआ, तब हर्षवर्धन अपने विधानसभा क्षेत्र कन्नड़ में ही मौजूद थे.