महाराष्ट्र के अकोला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पहले से ज्यादा मजबूत सरकार बनाने के लिए आज मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये वीर सावरकर के ही संस्कार हैं कि राष्ट्रवाद को हमने राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है। वहीं दूसरी तरफ वो लोग हैं जिन्होंने बाबा साहब का कदम-कदम पर अपमान किया, उन्हें दशकों तक भारत रत्न से दूर रखा। ये वो लोग हैं, जो वीर सावरकर का अपमान करते हैं।
अनुच्छेद 370 की चर्चा करते हुए पीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बाबा साहब आंबेडकर के संविधान को पूरी तरह लागू न करने के प्रयासों के पीछे भी ऐसे ही लोगों की दुर्भावना है। मैं हैरान हूं कि छत्रपति शिवाजी की धरती पर आजकल राजनीतिक स्वार्थ के कारण ऐसी आवाजें उठाई जा रही हैं और ये खुलेआम कह रहे हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव से अनुच्छेद 370 का क्या लेना देना? महाराष्ट्र से जम्मू-कश्मीर का क्या संबंध हैं। पीएम ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से आप सभी खुश हैं, लेकिन उनका चेहरा उतर गया है, उन्हें दर्द हो रहा है। इन्हें एक भारत-श्रेष्ठ भारत नहीं चाहिए। इन्हें बंटा भारत चाहिए, लड़ता हुआ भारत चाहिए। यही इनकी राजनीतिक चालें हैं, जो आज चौपट होती जा रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि याद कीजिए एक समय था जब आए दिन महाराष्ट्र में बम धमाके होते थे, मुंबई दहल जाता था। उस समय जो बम धमाके हुए उनके जो मास्टरमाइंड सामने आए वो बचकर निकल गए, दुश्मन देशों में बसेरा बना लिया। आज उन लोगों से ये देश पूछता है कि इतने बड़े गुनाहगार कैसे बचकर निकल गए।