गांधी की आत्महत्या वाले सवाल पर कांग्रेस नाराज, कहा-गुजरात के CM माफी मांगें

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गुजरात में कक्षा 9वीं की परीक्षा में महात्मा गांधी से संबंधित बेतुके सवाल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. महात्मा गांधी के आत्महत्या करने संबंधी सवाल किए जाने को लेकर गुजरात के शिक्षा विभाग की चौतरफा आलोचना हो रही है. वहीं इस बीच, कांग्रेस ने इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से माफी मांगने की मांग की है.
    कांग्रेस ने सीएम विजय रुपाणी से माफी मांगने की मांग कीन्यायिक जांच हो और राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाया जाए

गुजरात में कक्षा 9वीं की परीक्षा में महात्मा गांधी से संबंधित बेतुके सवाल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. महात्मा गांधी के आत्महत्या करने संबंधी सवाल किए जाने को लेकर गुजरात के शिक्षा विभाग की चौतरफा आलोचना हो रही है. वहीं इस बीच, कांग्रेस ने इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से माफी मांगने की मांग की है.

कांग्रेस के प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि यह सवाल पूछना कि महात्मा गांधी ने आत्महत्या कैसे की, अपराध है. जबकि नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी. शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि इस तरह का सवाल पूछ जाने के मामले में जांच तक नहीं की गई. गुजरात के सीएम विजय रुपाणी को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता ने कहा कि आप सरकार के मुखिया हैं, लिहाजा आप को सामने आना चाहिए और इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि सबको पता है कि 30 जनवरी 1948 को नाथू राम गोडसे ने गोली मारकर महात्मा गांधी की हत्या की थी.  

शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि पूरा विश्व जब महात्मा गांधीजी की 150वी जयंती मना रहा हैं, तब गुजरात में स्कूल में बच्चों से पूछा जाता है कि महात्मा गांधीजी ने आत्महत्या कैसे की थी? राष्ट्रपिता के खिलाफ़ जो आपत्तिजनक टिप्पणी की गई, यह एक साजिश के तहत है. इसकी न्यायिक जांच की जाए और राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाया जाए.
असल में, गुजरात में 9वीं कक्षा के इंटर्नल एग्जाम में एक चौंकाने वाला सवाल पूछा गया है. सवाल है, ‘गांधीजी ने आत्महत्या कैसे की?’ परीक्षा में यह अटपटा सवाल पूछे जाने का मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू कर दी है. इतना ही नहीं, 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं से भी एक अजीबो-गरीब सवाल पूछा गया, जिसे देख अधिकारी हैरत में पड़ गए.

परीक्षा में छात्र-छात्राओं से पूछा गया है, ‘अपने इलाके में शराब की बिक्री बढ़ने और शराब तस्करों द्वारा पैदा की जाने वाली परेशानियों के बारे में शिकायत करते हुए जिला पुलिस प्रमुख को एक पत्र लिखें.’ बता दें कि गुजरात में शराब पर पूरी तरह से पाबंदी है.

मामले की जांच शुरू

समाचार एजेंसी पीटीआई  ने गांधीनगर के जिला शिक्षा अधिकारी भारत वधेर के हवाले से बताया कि स्व-वित्तपोषित स्कूलों के एक समूह और अनुदान प्राप्त करने वालों ने शनिवार को आयोजित आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में इन दो प्रश्नों को शामिल किया था.

अधिकारी ने बताया कि ये प्रश्न अत्यधिक आपत्तिजनक हैं, और हमने एक जांच शुरू की है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. इन स्कूलों के प्रबंधन द्वारा प्रश्नपत्र निर्धारित किए गए थे, जो सुफलाम शाला विकास सांकुल के बैनर तले चलाए गए थे, और राज्य शिक्षा विभाग की इसमें कोई भूमिका नहीं थी.