मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने शरद पूर्णिमा पर छिंदवाड़ा में महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह में कहा कि अनेकता में एकता ही भारत देश की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि नई पीढ़ी को देश की संस्कृति, संस्कार और सभ्यता सिखायें।
श्री कमल नाथ ने गुरूद्वारा के जीर्णोद्धार की माँग पर गरिमापूर्ण गुरूद्वारा निर्माण का भरोसा दिलाया। उन्होंने गुरूद्वारा में माथा टेककर पूजन-अर्चन भी की।
उल्लेखनीय है कि वाल्मीक समाज से मिलने गांधी जी 1935 में छिन्दवाड़ा आये थे और यहीं से गरीबों और पिछड़ों के उद्धार का अभियान भी शुरू किया था।
इस अवसर पर सांसद श्री नकुल नाथ, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे, पूर्व विधायक श्री दीपक सक्सेना, पांढुर्णा विधायक श्री निलेश उईके सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।