विपक्ष को PM मोदी की चुनौती, कहा- घोषणा-पत्र में अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करने की घोषणा करें

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जलगांव: महाराष्ट्र के जलगांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि "आज मैं विरोधियों को चुनौती देता हूं कि आपमें अगर हिम्मत है तो इस चुनाव में भी और आने वाले चुनावों में भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में ये ऐलान करें कि हम अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे। 5 अगस्त के निर्णय को हम बदल देंगे। वरना ये घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें।"पीएम मोदी ने कहा कि "आज दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारे देश के कुछ राजनीतिक दल, कुछ राजनेता, राष्ट्रहित में लिए गए इस निर्णय पर राजनीति करने में जुटे हैं। बीते कुछ महीनों में कांग्रेस-एनसीपी के नेताओं के बयान देख लीजिए। जम्मू-कश्मीर को लेकर जो पूरा देश सोचता है, उससे एकदम उल्टा इनकी सोच दिखती है। इनका तालमेल पड़ोसी देश के साथ मिलता जुलता है।"

पीएम मोदी ने कहा कि "5 अगस्त को आपकी भावना के अनुरूप भाजपा- NDA सरकार ने एक अभूतपूर्व फैसला लिया। जिसके बारे में सोचना तक पहले असंभव लगता था। एक ऐसी स्थिति जिसमें जम्मू कश्मीर के गरीब की, बहन-बेटियों की, दलितों और शोषितों के विकास की संभावनाएं नहीं के बराबर थी।" उन्होंने कहा कि "जम्मू कश्मीर और लद्दाख सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं है, वो मां भारती का शीष है, वहां का कण-कण भारत की शक्ति को मजबूत करता है।"

इतना ही, पीएम मोदी ने विपक्षियों पर जम्मू-कश्मीर और अनुच्छेद 370 को लेकर निशाना साधने के साथ-साथ राज्य में BJP-शिवसेना गठबंधन की सरकार के कामों का भी जिक्र करते हुए हमला बोला। उन्होंने कहा कि "बीते 5 वर्षों के हमारे काम से यहां विपक्षी भी हैरान और परेशान हैं। हमारे विरोधी भी आज ये मान रहे हैं कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व कर्मशील भी है और ऊर्जावान भी है।"

पीएम मोदी ने कहा कि "थके हुए साथी, एक दूसरे के लिए सहारा तो बन सकते हैं, महाराष्ट्र के सपनों को और यहां के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम नहीं बन सकते।" उन्होंने कहा कि "जब यहां की गरीब बहनों के जीवन में आए बदलाव के बारे में सुनते हैं, तो हमें संतोष होता है। आज महाराष्ट्र की करीब 10 लाख बहनें हमारी सरकार की आवास योजना की वजह से अपने पक्के घर में अपने परिवार की देखभाल कर रही हैं।"

उन्होंने कहा कि "महाराष्ट्र और देश के हर गरीब के अपने घर के सपनें को 2022 तक पूरा करने के लिए हम पूरे सामर्थ्य के साथ जुटे हैं। हमारी सरकार एक और बड़े संकल्प को ज़मीन पर उतारना शुरु कर चुकी है। ये संकल्प पानी का है, महाराष्ट्र सहित पूरे देश के हर घर को जल से जोड़ने का है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए जल जीवन मिशन पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।"