इंदौर. प्रदेश में औद्योगिक निवेश (Industrial Investment) का माहौल बनाने और रोजगार (Employement) की संभावनाएं पैदा करने के लिए इंदौर (Indore) में होने वाले मैग्नीफिसेंट एमपी (Magnificent MP) की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. 18 अक्टूबर को होने वाली इस समिट के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं. खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamalnath) अपने इस पहले कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मोर्चा संभाले हुए हैं. वे व्यक्तिगत रूप से देश-विदेश के नामी औद्योगिक घरानों को बुला रहे हैं. रिलायंस, बिड़ला, गोदरेज, अडानी, महिन्द्रा, रालसन समेत कई दिग्गजों को आमंत्रित किया गया है. देश के 124 नामी उद्योगपतियों ने आने की मंजूरी भी दे दी है. 130 वीवीआईपी अतिथि ए-कैटेगरी में रखे गए हैं. इनमें बड़ी कंपनियों के एमडी और सीईओ हैं.
एमपी के उद्योगपतियों को भी न्योता
मैग्नीफिसेंट एमपी (Magnificent MP) में सिर्फ देश के ही नहीं, बल्कि प्रदेश के उद्योगपतियों को भी न्योता दिया गया है. करीब 5 सौ उद्यमियों ने आने की सहमति भी दे दी है. सम्मेलन में फूड प्रोसेसिंग, लॉजिस्टिक हब, हेल्थ केयर, रियल एस्टेट, आईटी, टूरिज्म, टेक्सटाइल और नवकरणीय ऊर्जा में निवेश को लेकर चर्चा होगी. इस समिट से प्रदेश में 1 लाख करोड़ रुपए के निवेश की संभावना जताई जा रही है. आगामी 17 और 18 अक्टूबर को होने जा रहे मध्यप्रदेश सरकार के प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन के लिए तैयारियां अंतिम दौर में हैं. पूरे इंदौर शहर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. दीवारों का रंग रोगन किया जा रहा है. चौराहों की साफ-सफाई की जा रही है.
दुल्हन की तरह सजेगा इंदौर
आगामी 17 और 18 अक्टूबर को मैग्नीफिसेंट एमपी समिट के मौके पर राजकीय समारोहों की तरह सभी सरकारी इमारतों को रोशन किया जाएगा. व्यापारिक प्रतिष्ठानों और मॉल संचालकों से विशेष साज-सज्जा की भी अपील की गई है. मैग्नीफिसेंट एमपी के तहत देशभर के उद्योगपति 17 अक्टूबर से इंदौर आना शुरू हो जाएंगे. इस दौरान अतिथि देवो भव की संस्कृति के तहत उनके स्वागत-सत्कार की परम्परा को निभाने के लिए शहर के लोग से अपने आचरण और व्यवहार में मालवा की गौरवशाली परम्परा दिखाने की बात कही जा रही है. लोगों से अपने घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की साज-सज्जा के साथ ही लाइटिंग की विशेष व्यवस्था करने की अपील की जा रही है, ताकि उत्सव जैसा माहौल दिखाई दे और अतिथियों के मन में इंदौर अलग छाप छोड़े.
17 अक्टूबर को नो-कार डे
मैग्नीफिसेंट एमपी समिट के मुख्य आयोजन से एक दिन पहले उद्योगपति इंदौर पहुंच जाएंगे. इस दौरान वे शहर की शान राजवाड़ा देखने और सर्राफा के व्यंजनों का आनंद लेने जरूर जाएंगे. इसलिए उस दिन राजवाड़ा को नो-कार डे घोषित किया गया है. उस दिन राजवाड़ा के आसपास कारें नहीं चलेंगी. इंदौर शहर के व्यस्त ट्रैफिक को देखते हुए यह इंतजाम किया गया है. इसके अलावा शासन और प्रशासनिक स्तर पर भी मैग्नीफिसेंट एमपी के दौरान प्रदेश की सूरत चमकाए रखने के सारे इंतजाम किए जा रहे हैं.