आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा घोषणा पत्र अलग-अलग क्षेत्रों के लिए भी था लेकिन मौजूदा घोषणा पत्र पूरे प्रदेश के लिए है. आरे हमारे मेनिफेस्टो में था. हमने मुंबई और थाने के लिए भी मेनिफेस्टो तैयार किया था.
शिवसेना का वादा, कामकाजी महिलाओं के लिए बनेंगे सरकारी हॉस्टलपार्टी ने कहा, रोजगार-स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर फोकस करेगी शिवसेना
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के मद्देनजर शिवसेना ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. आदित्य ठाकरे की अगुवाई में शनिवार को शिवसेना का घोषणा पत्र जारी किया गया. मेनिफेस्टो में बाला साहेब ठाकरे और उद्धव ठाकरे की तस्वीर है. मेनिफेस्टो में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की शिक्षा के लिए महाविद्यालय, हर जिले में एक महिला बचत घर, कामकाजी महिलाओं के लिए सरकारी हॉस्टल, रोजगार और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को दुरुस्त करने का वादा किया गया है.
मेनिफेस्टो लॉन्च करने के दौरान आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा घोषणा पत्र अलग-अलग क्षेत्रों के लिए भी था लेकिन मौजूदा घोषणा पत्र पूरे प्रदेश के लिए है. आरे हमारे मेनिफेस्टो में था. हमने मुंबई और थाने के लिए भी मेनिफेस्टो तैयार किया था. अभी भी आरे को वन क्षेत्र बनाने पर हम अड़े हैं.
मेनिफेस्टो जारी करने के दौरान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें क्षेत्रवादी और धर्मनिरपेक्ष कहा जाता था. दशकों पहले हमारे पास भूमि पुत्र का मुद्दा था. अब कांग्रेस और एनसीपी बेकार हो गए हैं, इसलिए वे भूमि पुत्र का मुद्दा उठा रहे हैं.
इसी बैठक में आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा वचननामा (घोषणा पत्र) काफी रिसर्च के बाद तैयार किया गया है. अगले पांच साल में अलग अलग योजनाओं जैसे कि बिजली बिल घटाने, 10 रुपये में खाना मुहैया कराने पर कितना खर्च आएगा, इस पर भी घोषणा पत्र में जिक्र किया गया है. ठाकरे ने राम मंदिर के मुद्दे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया क्योंकि प्रदेश में चुनाव को देखते हुए आचार संहिता लागू है.