केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE – Central Board of Secondary Education) की 2019 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में की विद्यार्थियों को गलत अंक दिए गए थे। अब जाकर बोर्ड ने इसके लिए जिम्मेदार शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
ये गड़बड़ियां सीबीएसई के पटना स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत दिए गए केंद्रों पर कॉपियों की जांच में पाई गई। इस क्षेत्रीय कार्यालय के तहत बिहार और झारखंड दो राज्य आते हैं। अब सीबीएसई पटना क्षेत्रीय कार्यालय ने उन सभी संबद्ध स्कूलों को इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार शिक्षकों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। ऐसे कुल 70 शिक्षक व को-ऑर्डिनेटर हैं जिन्होंने कॉपियों की जांच की और अंक अपलो़ड किए।
बोर्ड के एक अधिकारी ने इस संबंध में कहा है कि यह शायद पहली बार है जब बोर्ड ने परीक्षकों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई की है। जिन स्कूलों में ये शिक्षक पढ़ा रहे हैं, उन सभी को नोटिस भेजा गया है कि वे उन्हें 15 या 30 दिनों के लिए निलंबित करें। स्कूलों को नोटिस मिलने के 10 दिनों के अंदर यह कार्रवाई करनी है।
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…तो अब उन विद्यार्थियों का क्या जिन्हें गलत अंक मिले
इस मामले में विद्यार्थियों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड के सूत्रों ने बताया है कि छात्र-छात्राओं को दिए गए गलत अंकों में नतीजों की घोषणा से पहले ही सुधार कर दिया गया था।
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दरअसल, कॉपियों की जांच के बाद परीक्षकों ने सभी के अंक सॉफ्टवेयर के जरिए अपलोड कर सीबीएसई के क्षेत्रीय कार्यालय को भेज दिए। नतीजों की घोषणा से पहले मुख्य परीक्षकों की टीम ने सभी अंकों व कॉपियों को दोबारा देखा। इसमें 240 से ज्यादा कॉपियों व दिए गए अंकों में गड़बड़ियां पाई गईं। इनमें से ज्यादातर कॉपियां पटना की थीं। कई कॉपियों में मार्किंग पैटर्न में गड़बड़ी थी, तो कई में अच्छा स्कोर करने के बावजूद विद्यार्थी को कुल अंक कम दिए गए थे। दोबारा जांच के बाद उसी वक्त इनमें सुधार कर दिया गया था।