UP के ठग गिरोह की मिलीभगत से डॉक्टर ने NGO संचालक को बनाया शिकार, ऐसे हुआ खुलासा…

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जबलपुर. जबलपुर (Jabalpur) के एक होम्योपैथिक डॉक्टर ( Homeopathic doctor ) ने यूपी के ठग गिरोह के साथ मिलकर एक एनजीओ (NGO) संचालक को विदेश से 25 करोड़ रुपये दिलाने का झांसा देकर 7 लाख रुपयों की ठगी कर ली. एनजीओ संचालक को जब डॉक्टर पर शक हुआ तो उसने इस संबंध में पुलिस से शिकायत कर दी जिसके बाद पुलिस ने गिरोह के 9 सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो जानकारी मिली कि न तो वे किसी कंपनी के सदस्य हैं और न ही वे किसी को पैसा दिलाने में सक्षम हैं. जिसके बाद सभी विरूद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया.

25 करोड़ की विदेशी मदद का दिया था झांसा

इस ठग गिरोह को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है पुलिस को शक है कि इस गिरोह ने ऐसी और भी कई वारदातों को अंजाम दिया होगा. पुलिस का कहना है कि पकड़े गए ये लोग ठगी करने में माहिर हैं जो विदेशों से एनजीओ (NGO) को पैसा दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं. पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि अधारताल जयप्रकाश नगर में रहने वाले होम्योपैथिक डॉक्टर होमनाथ ठाकुर ने मदन महल में रहने वाले तनवीर सिंह सलूजा को झांसा दिया कि यदि वह 15 करोड़ रूपये की प्रॉपर्टी विदेशी कंपनी के अधिकारियों को दिखाएंगे तो उन्हें एनजीओ के लिए 25 करोड़ रूपए मिल जाएंगे. तनवीर सिंह सलूजा उनकी बातों में आ गए. NGO के लिए 25 करोड़ दिलाने के एवज में डॉ. होमनाथ ठाकुर ने तनवीर सिंह से बकायदा 7 लाख रूपए भी लिए जिसे उन्होंने कंपनी के अधिकारियों के आने-जाने एवं रूकने का खर्च बताया.

शक होने पर पुलिस को दी सूचना

उसके बाद गुरूवार को इस ठग गिरोह के सदस्य उत्तर प्रदेश निवासी रणजीत सिंह, विपिन सिजल, प्रताप नारायण गर्ग, आशीष कुमार पोरवाल, उमेश कुमार वर्मा, राजीव देव और बसीरा इब्राहिम जबलपुर आकर एक होटल में कंपनी के अधिकारी बनकर ठहरे हुए थे. जहां डॉ. होमनाथ ठाकुर और अजेंद्र सिंह पहुंचे उन्होंने तनवीर को भी कंपनी के अधिकारियों से मिलने की बात कहकर बुलाया. वहां पहुंचे तनवीर को उन लोगों से बातचीत करने व उनके हाव-भाव से उन पर कुछ शक हुआ तो उसने एक अधिकारी का आधार कार्ड व आईडी कार्ड देखने के लिए मांगा लेकिन जब किसी ने भी अपना आधार कार्ड नहीं दिया जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी.
एएसपी राजेश त्रिपाठी के मुताबिक पकड़े गए गिरोह के पास से 9 मोबाइल व एक लाख रुपये जब्त किए गए हैं. एएसपी के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों पर संदेह है कि उन्होंने और भी ठगी की वारदातों को अंजाम दिया होगा जिसके संबंध में उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने गिरफ्त में आए ठगों से एक लाख नगद और 9 मोबाइल जब्त किए गए हैं. पुलिस ने इन मोबाइल फोन्स को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है जिससे इनके संपर्क में रहने वालों की भी जानकारी जुटाई जा सके.