विदेश मंत्री (External Affairs Minister) एस जयशंकर (S. Jaishankar) की ओर से उठाए गए एक कदम ने लोगों के दिलों में एक बार फिर दिवंगत नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) की यादें ताजा कर दीं. दरअसल सोशल मीडिया (Social Media) पर कुवैत (Kuwait) में फंसी एक महिला को हिंदुस्तान लाने की गुहार लगाई थी, जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने महिला को भारत लाने की कवायद तेज कर दी है. यह महिला नौकरी दिलाने वाले एजेंटों के झांसे में आकर कुवैत तो पहुंच गई लेकिन वहां से अब उसे आने नहीं दिया जा रहा है. महिला की मदद के लिए आगे आए भारतीय दूतावास ने महिला को आश्रय गृह में रखा है. विदेश मंंत्री एस जयशंकर ने ट्विटर (Twitter) पर मदद की गुहार लगाए जाने पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए महिला को मदद का भरोसा दिलाया है.
दरअसल ट्विटर पर एक शख्स ने विदेश मंत्री को ट्वीट करते हुए लिखा, डॉ एस जयशंकर, कुवैत में फंसी राजी जॉन स्टीफेन नाम की महिला के मामले को देखिए. वह गुरदासपुर की रहने वाली है. कुवैत में एजेंटों के चलते उसे वहां पर काफी तंग किया जा रहा है. महिला के परिवार ने मुझसे संपर्क किया है. महिला की स्वदेश वापसी की आशा और कामना करता हूं.
इस ट्वीट का जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा, राजी जॉन को कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने सुरक्षित रूप से एक महिला आश्रय गृह में रखा गया है. उनकी स्वदेश वापसी के लिए हम स्थानीय अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं.इसी तरह की मदद एक और व्यक्ति ने भी लगाई. उन्होंने लिखा फुकेट में एक हादसे में मारी गई एक भारतीय महिला का शव स्वदेश लाने में मदद करने की गुहार लगाई है. इस पर मंत्री ने कहा, थाईलैंड स्थित हमारा दूतावास शोकाकुल परिवार के संपर्क में है और इस मुश्किल घड़ी में उन्हें हर सहायता मुहैया की जा रही है.गौरतलब है कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को विदेश में फंसे भारतीयों की मदद के लिए हमेशा याद किया जाता रहेगा. जब कभी भी किसी भारतीय को विदेश में किसी भी तरह की दिक्कत होती थी उस समय सुषमा स्वराज उनकी मदद के लिए आगे आ जाती थीं और उनकी हर मुमकिन मदद करने की कोशिश करती थीं.