बिहार के जहानाबाद में देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान गुरुवार को दो समूहों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। जिसके कारण क्षेत्र की शांति व्यवस्था में खलल पड़ गया है। जिला अधिकारियों ने एहतियातन क्षेत्र में सीआरपीसी की धारा 144 को लागू कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने कहा, 'परिस्थिति अब नियंत्रण में है। हम मामले की जांच कर रहे हैं।'
जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह छह बजे पंचमहल के अरवल मोड़ के पास जब मूर्ति को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था तभी पत्थर फेंके गए। इस हमले से लोगों में अफरा-तफरी मच गई जिसमें चार पुलिस कर्मियों सहित लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों का जहानाबाद सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। दो पुलिसवालों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
हमले के बाद भक्त मूर्ति विसर्जन वाले रास्ते पर इकट्ठा हुए। उन्होंने सड़क ब्लॉक कर दी और फिर अपने प्रतिद्वंदी समूह के सदस्यों पर पत्थर फेंके। जिला प्रशासन ने किसी भी तरह के दंगे को रोकने के लिए आरएएफ और सीआरपीएफ की टीम को घटनास्थल पर भेजा। संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया गया। जिलाधिकारी नवीन कुमार और पुलिस अधीक्षक मनीष परिस्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंचे।
जिलाधिकारी का कहना है कि जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है और जिले में कड़ी चौकसी बरती जा रही है। जिला पुलिस की सहायता के लिए पड़ोसी पुलिस थानों से अतिरिक्त बल मंगवाया गया है। जहानाबाद की एसडीएम निवेदिता कुमारी ने कहा, 'शहर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। आदेशों के अनुसार किसी स्थान पर पांच या पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह अगले आदेश तक जारी रहेगा।'