इंदौर.ट्रांसपोर्टर्स (transporters)की हड़ताल (strike)के कारण इंदौर (indore)की रफ़्तार पर ब्रेक लग गया है. पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel)सप्लाई ना होने के कारण शहर के 90 फीसदी पेट्रोल पंप (petrol pump)बंद हो गए हैं. जो एक-दो खुले हैं उन पर लंबी लाइन लगी है. त्योहार के दिन लोग परेशान हो रहे हैं. लोगों के गुस्से को देखते हुए पेट्रोल पंपों पर पुलिस बल (police force) तैनात किया गया है. प्रशासन ने शहर में धारा 144 लगा दी है और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी दी है.
ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल
वैट और लाइफटाइम टैक्स के विरोध में ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल ने अब इंदौर में असर दिखाना शुरू कर दिया है. ट्रांसपोर्टर्स शनिवार से हड़ताल पर हैं. हड़ताल के कारण पेट्रोल-डीजल की सप्लाई भी रुक गयी है. इसकी वजह से शहर के 90 फीसदी पेट्रोल पम्पों पर स्टॉक खत्म होने से वो ड्राई हो गए हैं. अधिकतर पेट्रोल पंप पर नो स्टॉक का बोर्ड लटक गया है. जो 10 फीसदी पेट्रोल पंप खुले हैं उन पर ग्राहकों की 1 से 2 किलोमीटर की लंबी लाइन लगी हुईं हैं.
पुलिस बल तैनात
पेट्रोल-डीजल ना मिलने से लोग परेशान और गुस्से में हैं. भारी भीड़ को देखते हुए पेट्रोल पम्पों पर पुलिस बल तैनात किया गया है. पेट्रोल लेने के लिए सुबह 6 बजे से लोग लाइन में लग गए थे. कई लोग 3 से 4 घंटे तक कतार में खड़े होकर अपनी बारी आने का इंतज़ार करते रहे. त्योहार होने के कारण लोग ज़्यादा परेशान हैं.
कलेक्टर ने बुलायी मीटिंग
शहर में पेट्रोल-डीजल की किल्लत को देखते हुए कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने पेट्रोल पंप डीलर्स की इमरजेंसी मीटिंग बुलायी और उन्हें तत्काल सप्लाई बहाल करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने कहा कोई भी पेट्रोल डीजल टैंकर रोकने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा शहर में पेट्रोल डीजल की किल्लत नहीं होने दी जाएगी.पेट्रोल संकट से जनता को बचाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे
ट्रांसपोर्टर्स ने टैंकर रोके
मांगलिया डिपो पर पेट्रोल डीजल लेने पहुंचे टैंकर चालकों को ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के लोगों ने घेर लिया जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो गई. पेट्रोल पंप ऑनर्स का कहना है वो पेट्रोल डीजल सप्लाई बहाल करना चाहते हैं लेकिन बलपूर्वक उन्हें रोका जा रहा हैं. पुलिस प्रशासन का सहयोग नहीं मिल रहा है. ट्रांसपोर्टर्स ने उनके कई टैंकर मांगलिया डिपो पर रोक लिए.
पुलिस बल तैनात
हालात को देखते हुए प्रशासन ने करीब 200 पुलिसकर्मियों का बल मंगलिया डिपो पर तैनात किया है. कलेक्टर का कहना है स्थिति जल्द ही सामान्य होने की उम्मीद है. कलेक्टर ने जनता से अपील की है कि वो संयम रखें. कोई परेशानी नहीं होगी.
हड़ताल की ये है वजह
ट्रांसपोर्टर्स ने एक अक्टूबर को सीएम कमलनाथ से भोपाल में मुलाकात कर 28 हजार किलो या उससे भारी ट्रक के लाइफ टाइम टैक्स को क्वार्टरली करने और डीजल-पेट्रोल पर बढ़ाये गए 5 फीसदी वैट को खत्म करने की मांग की थी.इस बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला तो पहले से अपने एलान के मुताबिक ट्रक ऑपरेटर शनिवार से हड़ताल पर चले गए हैं. इंदौर में तीसरे दिन इसका असर दिखाई दे रहा है.
परिवहन मंत्री का बयान
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि ट्रक ऑपरेटर्स बैठकर बातचीत करें जिससे कुछ ठोस नतीजा निकल सके. कुछ ऑपरेटर बातचीत के लिए भोपाल आए थे लेकिन उनसे विस्तृत चर्चा नहीं हो पाई. लोगों की परेशानी को देखते हुए एक बार फिर बैठक बुलाकर बातचीत की जाएगी जिससे इस समस्या का समाधान निकाला जा सके.
प्रशासन सख़्त
सोशल मीडिया के ज़रिए फैल रही अफवाहों पर कलेक्टर ने सख़्ती दिखाई है. शहर में धारा 144 लगा दी गयी है. कलेक्टर ने कहा है कि पेट्रोल डीजल अन्य जरूरी कमोडिटी को लेकर किसी प्रकार की अफवाह ना फैलाएं. अगर इस तरह के संदेश सोशल मीडिया पर वायरल किए जाते हैं तो उनके खिलाफ सीआरपीसी के तहत की जाएगी कार्रवाई. इसमें धारा 188 के तहत जेल भेजने का भी प्रावधान है.