करनाल (हरियाणा): महाराष्ट्र के बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana assembly elections 2019) से पहले कांग्रेस की कलह खुलकर सामने आ गई है. पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर (Ashok Tanwar) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. तंवर ने कांग्रेस में गुटबाजी और टिकट बेचने का आरोप लगाया है. तंवर ने भूपिंदर सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) और गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधते हुए कहा है कि कुछ लोग हरियाणा को कांग्रेस मुक्त कराने में लगे हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कांग्रेस में मचे घमासान पर चुटकी लेते हुए कहा कि कि कांग्रेस में कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक-दूसरे पर भरोसा नहीं है. कांग्रेस का हरियाणा से सफाया हो जाएगा.
खट्टर ने कहा कि राज्य कांग्रेस के नेता भगवा पार्टी के संपर्क में हैं, लेकिन वह केवल स्वच्छ छवि वाले लोगों को ही पार्टी में शामिल करेंगे. हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होंगे, जिसके परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री खट्टर करनाल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं.
इस दौरान अपनी पार्टी के टिकट आवंटन पर सवाल उठाने और भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के भाजपा के साथ संपर्क स्थापित करने पर खट्टर से सवाल पूछा गया. उन्होंने कहा, "अशोक तंवर द्वारा लगाए गए आरोप पहली बार नहीं आए हैं. अब जनता और कांग्रेस के नेता यह समझ चुके हैं कि उन्हें इस तरह की पार्टी के साथ नहीं रहना चाहिए."
उन्होंने कहा, "बहुत से लोग हमारे संपर्क में हैं. लेकिन हमने उनसे कहा है कि हम केवल उन्हीं नेताओं को शामिल करेंगे, जिनका एक स्वच्छ इतिहास होगा. सिर्फ ऐसे लोगों को ही हमारी पार्टी में लाया जाएगा. जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उनके लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं है." उन्होंने कहा, "आज मुझे पता चला कि गुरुग्राम में भी कई कांग्रेस नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है." खट्टर ने 2014 के विधानसभा चुनाव में करनाल सीट 63 हजार 773 वोटों से जीती थी.