मंत्री खटीक अडे़, दो जिलाध्यक्षों की घोषणा अटकी:इंदौर में चिंटू के रिपीट होने की संभावना

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सागर और धार में दो-दो जिला अध्यक्ष बनाए जाने के बाद मप्र में बीजेपी के 62 संगठनात्मक जिले हो गए हैं। इनमें से 56 जिला अध्यक्षों के नामों का ऐलान किया जा चुका है। अब छह जिला अध्यक्षों की घोषणा होना बाकी है।

इंदौर के दोनों जिला अध्यक्ष नगर और ग्रामीण अध्यक्षों के नाम अब तक घोषित नहीं हुए हैं। नरसिंहपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा में भी जिला अध्यक्षों के नामों का ऐलान होना बाकी है।

केंद्रीय मंत्री खटीक के चक्कर में दो जिलों की घोषणा अटकी

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार खटीक के संसदीय क्षेत्र में आने वाले टीकमगढ़ और निवाड़ी में जिला अध्यक्ष घोषित नहीं हो पाए हैं।

मंत्री खटीक टीकमगढ़ में कोआपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद प्रतिनिधि विवेक चतुर्वेदी को जिला अध्यक्ष बनवाने के लिए अडे़ हुए हैं। सांसद खटीक के चक्कर में निवाड़ी की घोषणा भी अटकी हुई है। दरअसल, निवाड़ी में पूर्व मंत्री सुनील नायक के चचेरे भाई गणेशी लाल नायक का नाम लगभग तय हो चुका है।

टीकमगढ़ में अश्विनी चढ़ार और महिला आयोग की पूर्व सदस्य सरोज राजपूत में से किसी एक के नाम की घोषणा हो सकती है। अब मंत्री खटीक सरोज और अश्विनी के बजाय विवेक को अध्यक्ष बनवाने के लिए अडे़ हुए हैं। बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और जतारा विधायक हरिशंकर खटीक सरोज राजपूत की पैरवी कर रहे हैं। पूर्व मंत्री राहुल सिंह लोधी अश्विनी चढ़ार के पक्ष में हैं।

नरसिंहपुर में महिला को मिल सकती है कमान

दो दिग्गज मंत्रियों वाले नरसिंहपुर जिले में जिला अध्यक्ष के लिए पंचायत मंत्री और परिवहन मंत्री अपने-अपने करीबियों को अध्यक्ष बनवाने के लिए ताकत लगा रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो नरसिंहपुर में महिला को जिला अध्यक्ष बनाया जा सकता है। चौधरी शिरोमणि और बीना ओसवाल में से किसी एक को अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

इंदौर नगर के चक्कर में ग्रामीण पर मंथन

इंदौर नगर में वर्तमान अध्यक्ष चिंटू वर्मा के रिपीट होने की संभावना है। हालांकि टीनू जैन भी रेस में बराबरी से दौड़ रहे हैं। वहीं इंदौर ग्रामीण जिला अध्यक्ष के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट से लेकर विधायक विशाल पटेल, ऊषा ठाकुर तक अपने-अपने करीबियों को अध्यक्ष बनाने जोर लगा रहे हैं। ग्रामीण की सहमति न बन पाने के चलते अब तक शहर अध्यक्ष भी घोषित नहीं हो पाया है।

पांढुर्णा में वैशाली को साल भर में बदला, छिंदवाड़ा में भी बदलाव

बीजेपी ने पिछले साल 12 जनवरी को पांढुर्णा में वैशाली महाले को जिला अध्यक्ष बनाकर प्रदेश में पहली बार महिला को जिले की कमान दी थी। लेकिन, सांसद विवेक साहू बंटी से उनकी पटरी नहीं बैठी और साल भर में ही उनकी जगह नए अध्यक्ष को कमान दे दी गई।

बीजेपी के संगठन चुनाव में पूर्व मंत्री नाना भाऊ मोहोड़ के भतीजे संदीप मोहोड़ को पांढुर्णा का अध्यक्ष बनाया गया है। इस फैसले से वैशाली खासी नाराज बताई जा रहीं हैं। वहीं, छिंदवाड़ा में बंटी साहू के प्रत्याशी बनने के बाद कार्यवाहक जिला अध्यक्ष बनाए गए शेष राव यादव के भी रिपीट होने की संभावना नजर नहीं आ रही। सांसद बंटी साहू छिंदवाड़ा में भी नया अध्यक्ष चाहते हैं।

56 में मात्र 11% महिलाएं

बीजेपी ने अब तक जिन 56 जिला अध्यक्षों का ऐलान किया है। उनमें मात्र 11 फीसदी यानि 6 महिलाओं को अध्यक्ष बनाया गया है। संसद में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का बिल पास हुआ है। बीजेपी ने जिला अध्यक्षों में मात्र 11 फीसदी महिलाओं को ही जिलों की कमान दी है। बाकी बचे छह जिलों में से किसी एक जिले में और महिला को अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

30% जिलों में पुराने चेहरे

अब तक घोषित हुए 56 जिला अध्यक्षों में से 30% जिलों में वही पुराने चेहरे अध्यक्ष बनाए गए हैं। यानि कि वर्तमान जिला अध्यक्ष को एक बार फिर मौका दिया गया है। 17 जिलों के अध्यक्षों के कार्यकाल को दो साल से भी कम समय हुआ था। ऐसे में पार्टी ने चुनावी औपचारिकता पूरी करने के बाद इन्हें फिर से रिपीट किया है।