भोपाल। कटारा हिल्स थाना क्षेत्र के रापड़िया में महिला एसडीओ द्वारा नहर बंद कराने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दरअसल नहर बंद कराने के विरोध में दो दर्जन किसान उतर आए हैं और सीएम हेल्पलाइन पर 20 शिकायतें दर्ज कराई हैं, तो वहीं प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट से भी लिखित शिकायत की है। किसानों का कहना है कि करीब 25 वर्ष से वह इस छोटी नहर से अपने खेतों में सिंचाई कर रहे हैं। जिसे महिला एसडीओ ने बंद करवा दिया है।
किसान हुए परेशान
किसान जगदीश प्रसाद, राजमल पटेल, अर्जुन सिंह विश्वकर्मा, विनेश कुमार, सुरेश कुमार, तिलकचंद पटेल सहित दो दर्जन किसानों ने जलसंसाधन मंत्री को दिए शिकायती आवेदन में बताया कि ग्राम रापड़िया की मुख्य नहर से 25 वर्ष पूर्व यानी 1998-99 में एक छोटी नहर से तत्कालीन एसडीओ किशोर शर्मा द्वारा किसानों की आपसी सहमति से छोटी नहर बनवाई गई थी। इससे रापड़िया, बगरोदा सहित आसपास के गांव के करीब 25 किसान खेती में सिंचाई के लिए पानी का उपयोग करते हैं। वर्तमान में एसडीओ रव्यनीता जैन ने 15 अक्टूबर को छोटी नहर को बंद करवा दिया है। किसान विभाग में राजस्व तक जमा करते हैं, किसानों ने नहर फिर से खुलवाने की मांग की है।
यह है मामला
जल संसाधन विभाग की एसडीओ रव्यनीता जैन नाले (जिसे किसान नहर कह रहे) को बंद करवाने गईं थी। पूर्व पार्षद और भाजपा नेता कामता पाटीदार पर आरोप है कि महिला एसडीओ को उन्होंने धमकाते हुए गालियां दीं। सरकारी अमले ने कटारा हिल्स थाने में कामता पाटीदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया था। इस मामले में एसडीओ जैन ने बताया कि जनवरी 2023 में शिकायत मिली थी, उसी के आधार पर कार्रवाई की गई है।