ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी कई गायों की इसी तरह मौत हो चुकी है, लेकिन प्रशासन और पंचायत की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस बार ग्रामीणों ने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से गुहार लगाई है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
अब ऐसे में बड़ा सवाल उठना लाजमी है कि गायों की सुरक्षा को लेकर पक्ष विपक्ष दोनों ही पार्टी राजनीति तो जरूर करती हैं लेकिन जमीनी स्तर पर अगर देखा जाये तो किसी की सरकार ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और पंचायत के जिम्मेदार व्यक्तियों पर क्या कार्रवाई होती है।
फिलहाल देखना होगा कि इस मामलें में प्रशासन क्या रुख अख्तियार करेगी और पंचायत के जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ क्या कुछ कार्यवाही की जायेगी।