नियमितीकरण की मांग कर रहे प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों पर बुधवार की देर रात पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे पहले पार्क की लाइटों को बंद कर दिया गया था। आरोप है कि पहचान हो सके इस कारण अंधेरे में शिक्षकों को जमकर पीटा गया है। इसके बाद थाना टीटी नगर पुलिस ने केसी पवार, प्रदेश अध्यक्ष, अतिथि शिक्षक संघ, बीएम खान, मुकेश जोशी, संतोष व अन्य के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली है।
कार्रवाई बीएनएस की धारा 223 के तहत की गई है। पुलिस की लाठी चार्ज के कुछ वीडियो बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात से ही सोशल मीडिया पर जकर ट्रेंड कर कर रहे हैं। जिसमें अंधेरे में शिक्षकों की चीखपुकार साफ सुनाई दे रही है। लाठी चार्ज के बाद प्रदर्शन करने आए सभी शिक्षक पार्क से लौट गए।
दरअसल, गांधी जयंती पर भोपाल के सेकंड स्टॉप स्थित आंबेडकर मैदान में अतिथि शिक्षक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे। उन्होंने नारे लगाए- ‘कब्जा करने आए हैं कब्जा करके जाएंगे।’ इन नारों को स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के उस बयान का जवाब माना जा रहा है। बुधवार की दोपहर को पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों को बैनर लगाकर बलवाई बताया था। इस बैनर में तितर बितर होने अन्यथा गोली मारने की चेतावनी लिखी थी।
जिसमें उन्होंने अतिथि शिक्षकों को लेकर कहा था कि आप हमारे मेहमान बनकर आओगे तो घर पर कब्जा करोगे क्या? शिक्षक जब सीएम हाउस का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे तो उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बेरिकेड्स लगाए। यहां पुलिस से उनकी झड़प और धक्कामुक्की भी हुई। प्रदर्शन देर रात तक जारी रहा। रात 8 बजे पुलिस ने अतिथि शिक्षकों पर अचानक लाठीचार्ज कर दिया।
विरोध के बाद गोली मारने की चेतावनी का बैनर हटा
पुलिस ने बेरिकेड्स पर बैनर लगाया कि ‘बलवाइयों आपका मजमा गैरकानूनी करार दिया गया है, तितर बितर हो जाइए…कारगर गोली चलाई जाएगी।’ हालांकि जब इसका विरोध हुआ तो यह बैनर ही हटा दिया गया।
गलियों में भागे अतिथि शिक्षक
अतिथि शिक्षकों ने बताया कि पुलिस ने पहले मैदान के आसपास की लाइटें बंद कर दी थी। इसके बाद उन पर लाठियां चलाई। इस दौरान शिक्षक सुंदर कांड का पाठ कर रहे थे और उन पर लाठीचार्ज हो गया।
तितर-बितर करने के बाद शिक्षक अलग-अलग रास्तों से भागे। उनके पीछे पुलिस भी दौड़ी। इस दौरान यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। पुलिस के अचानक लाठीचार्ज से भगदड़ मच गई थी।
एसीपी बोले बिना परमिशन प्रदर्शन
एसीपी चंद्रशेखर पांडे ने बताया कि टीटी नगर थाने में चार नामजद सहित अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। प्रदर्शन बिना अनुमति किया जा रहा था। वहीं गोली चलाने वाले बैनर के संबंध में उन्होंने बताया कि गोली मारने का आशय यह कतई नहीं था कि गोली चला ही चला दी जाएगी। बाद में उस बैनर को वहां से हटा भी दिया था। इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है।