शिवराज ने जिसे बंद कराया, उसे फिर शुरू कराएंगे मोहन, एक अधिकारी की जिद की भेंट चढ़ गया था सीपीए

0
15

भोपाल में शुक्रवार रात को कार की टक्कर से युवक की मौत के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में तोड़फोड और स्टाफ के साथ मारपीट हुई। नाराज भीड़ ने पथराव भी किया। इस दौरान हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे ने हवाई फायरिंग की। पुलिस ने कार चला रहे नाबालिग के खिलाफ केस दर्ज किया है। हॉस्पिटल में तोड़फोड़ को लेकर भी FIR हुई है।

पुलिस का कहना है कि इसे हिट एंड रन कहा जा रहा है। हादसे के बाद नाबालिग और उसके साथी घटनास्थल से गाड़ी लेकर नहीं भागे हैं। हिट एंड रन का केस की धारा उस स्थिति में लगाई जा सकती थी जब आरोपी गाड़ी लेकर भाग गया होता।

हादसा शुक्रवार रात 8:30 बजे गोविंदपुरा क्षेत्र के शांति निकेतन के सामने तिराहे पर हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि करीब 10 मीटर तक युवक को घसीटते हुए ले गई। घायल को तत्काल पास ही सिटी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद युवक के परिजन और उनके साथ गए लोगों की भीड़ उग्र हो गई।

बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी

पुलिस ने बताया कि सड़क हादसे में राकेश की मौत की सूचना मिलने के बाद उसके परिजन और उनके साथ मौजूद भीड़ उत्तेजित हो गई। परिजन ने अस्पताल के डायरेक्टर पर इलाज शुरू करने से पहले रुपए जमा करने का आरोप लगाया। स्टाफ ने जब इसका विरोध किया, तो बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी।

सिक्योरिटी गार्ड ने जब भीड़ को गेट के बाहर किया, तो लोगों ने बाहर से अस्पताल पर पथराव करना शुरू कर दिया।

डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल छोड़कर भागे
अस्पताल में हो रही तोड़फोड़, पथराव के बीच खुद को सुरक्षित करने अस्पताल के डायरेक्टर और स्टाफ, वर्क स्टेशन छोड़कर अस्पताल के पास ही बने अपने घर पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टर के नहीं होने की सूचना मिलते ही भीड़ ने हॉस्पिटल डायरेक्टर के फर्स्ट फ्लोर स्थित मकान पर पथराव शुरू कर दिया।

गुस्साई भीड़ डायरेक्टर डॉक्टर सब्यसाची गुप्ता के मकान में घुस गई और बालकनी में रखे सामान को तोड़ना -फेंकना शुरू कर दिया। इस पर हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे और परिजनों ने जब भीड़ को ऐसा करने से रोकने की कोशिश की, तो उग्र भीड़ ने उनकी भी पिटाई कर दी।

हॉस्पिटल डायरेक्टर ने की हवाई फायरिंग
घर में घुसी बेकाबू भीड़ के हमले से खुद को और परिवार को सुरक्षित करने हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे डॉ. उज्ज्वल गुप्ता ने पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक डॉ. उज्ज्वल ने करीब 6 राउंड फायरिंग की। इससे भीड़ हॉस्पिटल डायरेक्टर के घर और अस्पताल के सामने से भाग खड़ी हुई। सूचना मिलने पर पहुंची गोविंदपुरा पुलिस ने सड़क के दूसरी ओर खड़े उपद्रवियों को खदेड़ा।

पिस्टल से नहीं, टिकली गन से की फायरिंग
हॉस्पिटल डायरेक्टर डॉ. उज्ज्वल गुप्ता ने बताया कि घर में घुसी भीड़ को भगाने के लिए टिकली गन (टाॅय गन) से फायरिंग की थी। पिस्टल से गोली नहीं चलाई है। यह सब उस स्थिति में किया जब भीड़ घर में घुसकर मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों पर हमला कर रही थी।

लोगों ने कहा-इमरजेंसी में नहीं किया जाता इलाज

लोगों का कहना है कि अस्पताल की ओर से किसी भी इमरजेंसी की हालत में इलाज नहीं दिया जाता। इससे पहले भी ऐसा ही किया जा चुका है। लोगों ने समय पर इलाज न मिलने के कारण सड़क हादसे में घायल युवक की मौत होने की बात कही।

डॉक्टर ने कहा- पार्षद भीड़ लेकर आए, मारपीट की
अस्पताल के ऑनर डॉ. ओजवल गुप्ता ने बताया कि शाम को इलाके के पार्षद राकेश और मीना मेडिकल स्टोर के ओनर जिनका नाम उन्हें नहीं पता है, वह एक एक्सीडेंट केस में किसी व्यक्ति को लेकर आए। हमने उन्हें बताया कि युवक की डेथ हो गई। इसके बाद उन्होंने हमसे बदतमीजी की और वहां से चले गए।

शाम 7:30 से 8:30 के बीच यह लोग दोबारा 50 से 60 लोग अस्पताल में आए। हंगामा किया और स्टाफ और गार्ड के साथ मारपीट की। गार्ड के सिर में गंभीर चोट भी लगी।

डॉक्टर का आरोप- मुझे और मेरी मां को भी पीटा

डॉक्टर ने आरोप लगाया कि अस्पताल के पास ही मेरा घर है। ये लोग मेरे घर में घुस गए। जैसे-तैसे मैं और मेरे छोटे भाई ने दरवाजा अंदर से बंद किया। उन्होंने मेरे डॉग्स को भी मारा। उस समय मेरे घर में मेरा छोटा भाई, मेरी पत्नी और मेरा बेटा और मैं मौजूद था। फिर मेरी माताजी घर पहुंची। लोगों ने उनके साथ भी मारपीट की।

जब मैं उनको बचाने का प्रयास कर रहा था, तो इन्होंने मुझे और मेरी मां को पत्थर मारे। हम दोनों की पीठ पर चोटें लगी हैं। मैंने लोगों को डराने के लिए टिकली वाली गन निकालकर उन्हें भगाया।

नाबालिग के खिलाफ हिट एंड न रन का केस दर्ज
गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया कि अन्ना नगर निवासी 20 वर्षीय राकेश की बाइक को टक्कर मारने वाली कार को नाबालिग चला रहा था। उसके खिलाफ हिट एंड रन का केस दर्ज किया है। वह साकेत नगर का रहने वाला है और 11वीं क्लास का स्टूडेंट है। घटना के बाद उसका ब्लड सैंपल लिया गया है। ताकि मेडिकल जांच में हादसे के वक्त युवक के नशे में होने या नहीं होने की पुष्टि हो सके।

घटना के समय कार में आरोपी चालक के चाचा और छोटी बहन सहित दो अन्य सवार थे। सभी किसी रिश्तेदार के घर से लौट रहे थे। हादसे के बाद से गुस्साई भीड़ ने नाबालिग को बेरहमी से पीटा। इस दौरान भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उपद्रवियों से बचाते हुए नाबालिग और परिजन को भीड़ के बीच से निकाला। इसके बाद नाबालिग और उसके परिजन गोविंदपुरा थाना पहुंचे और पुलिस को घटना की सूचना दी।

50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज, वीडियो से होगी शिनाख्त
गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर के मुताबिक सिटी हॉस्पिटल के स्टाफ, डायरेक्टर और परिजन पर हुए हमले के मामले में 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। हमला करने वालों की पहचान अस्पताल के CCTV फुटेज के आधार पर की जाएगी।

अस्पताल संचालक के खिलाफ फिलहाल कोई केस दर्ज नहीं किया है। उनके खिलाफ भीड़ में शामिल लोगों की ओर से एक शिकायती आवेदन दिया गया है, जिसकी जांच कराई जा रही है।

टॉय गन के डमी कारतूस जब्त
गोविंदपुरा पुलिस के मुताबिक शुक्रवार देर रात घटना के बाद घटनास्थल से टॉय गन के डमी कारतूस के 2 खाली खोखे बरामद किए गए हैं। इनकी फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। ताकि पता चल सके कि शुक्रवार देर शाम अस्पताल पर हुए पथराव के बाद की गई फायरिंग में चली हुई गोलियां हैं या पहले से चले हुए कारतूस वहां फेंके गए हैं।