भोपाल के सभी अस्पतालों का ऑडिट करेंगे SDM:रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेंगे, जेपी-हमीदिया में सुरक्षा का जायजा लिया था

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कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह गुरुवार रात 11 बजे भोपाल के जेपी हॉस्पिटल और फिर हमीदिया हॉस्पिटल पहुंचे। यहां उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम के बारे में जाना। सीसीटीवी, सिक्योरिटी गार्ड और स्ट्रीट लाइट्स के बारे में जानकारी ली। करीब एक घंटा उन्होंने निरीक्षण किया। शुक्रवार को सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के अस्पतालों में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का ऑडिट करेंगे। इसके बाद रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेंगे।

कलेक्टर सिंह ने सबसे पहले जेपी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जाना। करीब आधे घंटे तक निरीक्षण करने के दौरान जो खामियां नजर आईं, उन्हें जल्द दूर करने को कहा।

जेपी हॉस्पिटल में अंधेरा, लगेगी स्ट्रीट लाइट
जेपी हॉस्पिटल जिला अस्पताल है, लेकिन परिसर में रात के दौरान अंधेरा रहता है। इस दौरान आसामाजिक तत्व भी सक्रिय रहते हैं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सिंह ने सिविल सर्जन डॉ. श्रीवास्तव को स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था बढ़ाने को कहा। कलेक्टर सिंह ने बताया कि अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी बढ़ाए जाएंगे। यहां सुरक्षा इंतजाम ठीक मिलें, लेकिन इन्हें बढ़ाया जाएगा। निरीक्षण के दौरान एसडीएम आशुतोष शर्मा भी मौजूद थे।

हमीदिया हॉस्पिटल कैम्पस में भी घूमे
जेपी हॉस्पिटल के बाद कलेक्टर सिंह हमीदिया अस्पताल पहुंचे। वे हॉस्पिटल कैम्पस में घूमे और जहां बिजली व्यवस्था ठीक नहीं मिली, उसे सुधारने को कहा। यहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड‌्स, सीसीटीवी, स्ट्रीट लाइट आदि के बारे भी जानकारी ली।

हॉस्पिटलों का ऑडिट करेंगे एसडीएम
शुक्रवार को सभी एसडीएम सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों में पहुंचकर निरीक्षण कर ऑडिट करेंगे। इसके बाद रिपोर्ट कलेक्टर को देंगे। कलेक्टर सिंह ने बताया कि सभी एसडीएम को निरीक्षण करने को कहा है। यदि कहीं कमी मिलती है तो उसे तुरंत दूर किया जाएगा।

मुख्य सचिव के निर्देश के बाद अस्पताल पहुंचे
पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई वारदात के बाद मध्यप्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा ने गुरुवार सुबह अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कलेक्टरों और एसपी से कहा था कि अस्पतालों में सुरक्षा के प्रबंध पर्याप्त हों। इसके लिए जरूरत के आधार पर कलेक्टर-एसपी अस्पतालों की विजिट भी करें। इसके चलते भोपाल कलेक्टर सिंह रात में ही हॉस्पिटलों में पहुंचे।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि अस्पतालों में सुरक्षाकर्मियों की संख्या कितनी है। ब्लैक स्पॉट, स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या के संबंध में प्रावधानों की जानकारी देने वाले सूचना बोर्ड अस्पतालों में लगे हैं या नहीं, इसे चेक किया। मेडिकल कॉलेज, अस्पताल व परिसर में सुरक्षा के दृष्टि से पर्याप्त सीसीटीवी लगे हैं या नहीं। कॉलेज व अस्पतालों में प्रवेश के लिए पास व्यवस्था की स्थिति और डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के छात्रावास से अस्पताल आने-जाने की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली।

अस्पतालों को यह निर्देश

    • इन निर्देशों का भी पालन करने के लिए कहा
    • स्वास्थ्य संस्थाओं में लोगों के प्रवेश पर नियंत्रण के लिए पास नीति का पालन कराया जाए।
    • चिकित्सा कर्मियों के लिए सुरक्षा प्रावधान जैसे बिजली की व्यवस्था, परिवहन और नाइट ड्यूटी में विशेष सावधानी अपनाई जाए।
    • अस्पताल परिसरों में लाइट और सीसीटीवी की व्यवस्था पूरी तरह सही कर समीक्षा की जाए, जरूरत हो तो बढ़ाई जाए।
    • स्थानीय पुलिस अस्पताल परिसरों में रात्रि सुरक्षा गश्त बढ़ाए।
    • 24×7 सुरक्षा नियंत्रण कक्ष स्थापित की जाए।
    • अस्पताल में उपयुक्त स्थानों पर अधिकारियों के फोन नंबर उपलब्ध किए जाए।