पीएम जनमन योजना के तहत करका में आयोजित शिविर में शामिल हुए प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा

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बिलासपुर।  आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने पीएम जनमन योजना के तहत आज करका में आयोजित शिविर में शामिल हुए। शिविर में बैगा बिरहोर आदिवासियों के विकास की कहानी सुनी। उन्हांेने कुरदर में बालक आश्रम का भी निरीक्षण किया। बच्चों से चर्चा कर मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। शिविर में पीएम जनमन योजना के तहत बैगा एवं बिरहोर हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित कर प्रामण पत्र एवं अन्य सामग्री भी वितरित किया। इस अवसर पर कलेक्टर अवनीश शरण, सीईओ जिला पंचायत आरपी चौहान भी मौजूद थे। शिविर में बड़ी संख्या में बैगा एवं बिरहोर जनजाति के हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया।

शिविर में मांदर की थाप पर बैगा एवं बिरहोर जनजाति ने अपने पारंपरिक नृत्य के जरिए प्रमुख सचिव सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया। शिविर को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव श्री बोरा ने कहा कि पीएम जनमन योजना से पीव्हीटीजी हितग्राहियों के जीवन में बड़ा बदलाव आ रहा है। पीएम जनमन योजना एक महाअभियान है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अभियान को सफल बनाने में अपना शत-प्रतिशत दें। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि प्रकृति के निकट रहने वाली जनजातियों को सभी योजनाओं को फायदा मिले। पीएम जनमन योजना के तहत आपको आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं मिल रही है। इस योजना से बैगा बिरहोर के माता, बहनों सहित सभी वर्ग को लाभ मिला है। वन धन केन्द्रांे की स्थापना की गई है। कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने पीएम जनमन योजना के तहत अब तक किए गए कार्याे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने शिविर में भाग लेकर योजनाओं का लाभ उठाने की सभी अपील की। शिविर में प्रमुख सचिव और कलेक्टर ने बच्चों का अन्नप्राशन कराया। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को आवास की चाबी सौंपी। इसी प्रकार आयुष्मान कार्ड और कृषि उपकरण सहित समूह की महिलाओं को चेक दिया गया। शिविर में आवास सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिलने से पीव्हीटीजी हितग्राहियों के चेहरे खिल उठे।

बालक आश्रम का निरीक्षण

शिविर के बाद प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा और कलेक्टर ने कुरदर में आदिवासी बालक आश्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां बच्चों से चर्चा कर मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। बताया गया कि आश्रम में 50 बच्चे रहते हैं। उन्होंने आश्रम में किचन, टॉयलेट सहित पूरे परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया। आश्रम में नियमित सफाई रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास भी जरूरी है। बच्चों से कहा कि पढ़ाई के दौरान हमेशा अपने माता-पिता के सपनों को ध्यान में रखकर उसे प्राप्त करने का पूरा प्रयास करें। किशन सहित अन्य बच्चों ने उन्हें कविता भी सुनाई। प्रमुख सचिव ने सभी बच्चों को चॉकलेट दिया।