भारत के एस्पिरेशनल ब्लॉक का हो सम्पूर्ण विकास : आनंद शेखर

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रायपुर। भारत के 500 एस्पिरेशनल ब्लॉक का सम्पूर्ण विकास हो इसके लिए ब्लॉक स्तर के शिक्षा जगत और समाज कार्य करनेवाले मिलकर पुरजोर प्रयास करें तो ये ब्लॉक भारत के विकसित ब्लॉक से कदमताल करेंगे। उक्त बातें नीति आयोग के मिशन डायरेक्टर आनद शेखर ने एनआईटी रायपुर में आयोजित नज सम्मिट 2 के अवसर पर आए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि यह एक अभूतपूर्व समय है जब भारत में नागरिक-केंद्रित पहल के लिए उच्च स्तर की इच्छाशक्ति है, जहां समुदाय अपने कार्यक्रम को डिजाइन करने का मालिक है। उन्होंने लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नागरिकजनों, सरकार और शिक्षा जगत के बीच तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया।

छत्तीसगढ़ के प्रमुख कंपनी राज्य में सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए काम करेंगे। इन कंपनियों के कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) फंड का उपयोग कुपोषण, एनीमिया और बाल मृत्यु दर को कम करने के साथ-साथ परिवारों और समुदायों के बीच महत्वपूर्ण व्यवहार को बढ़ावा देने में सरकार का समर्थन करने के लिए किया जाएगा।

कॉरपोरेट्स, यूनिसेफ और एनआईटी की संयुक्त पहल के रूप में भारत में अपनी तरह का पहला अभिनव मंच, “थिंक-सो” आज यहां लॉन्च किया गया

फोरम का उद्देश्य ज्ञान साझा करने की सुविधा, बेहतर कार्निति को बढ़ावा देना, सक्रिय कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निकायों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना और बुनियादी ढांचे से परे समाधान बनाने के लिए कार्यक्रमों की पुनर्कल्पना करके सकारात्मक सामाजिक प्रभाव को बढ़ावा देना है।

इस अवसर को संबोधित करते हुए यूनिसेफ प्रमुख जॉब जकारिया ने कहा कि कॉरपोरेट समाज में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। चूंकि वे बहुत बड़ी कम्युनिटी के साथ काम करते हैं , इसलिए वे बेहतर कर सकते हैं। एनआईटी डायरेक्टर एन रमन्ना राव ने कहा यह बेहतर पहल है और हमारा इंस्टीट्यूट इसका भागीदार बनेगा।

इस अवसर को यूनिसेफ एसबीसी स्पेशलिस्ट अभिषेक सिंह ने कहा कि सीएसआर और एनजीओ एक निश्चित कार्यनीति पर कार्य करे तो बेहतर परिवर्तन होगा।
इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन करके किया गया। पूरे दिन के कार्यक्रम में पैनल डिस्कशन, एनजीओ और कंपनी के सीएसआर कार्य की सफल कहानी का प्रदर्शन हुआ।

इस मौके पर प्रतिभागी के रूप में पूरे प्रदेश भर से एनजीओ, कॉरपोरेट जगत के अधिकारी और शिक्षा जगत के लोग उपस्थित थे।